बंगाल से निर्वाचित सांसदों में से एक-चौथाई महिलाएं, 9 TMC की और 2 BJP की, 4 पहली बार बनीं सांसद
By भाषा | Published: May 25, 2019 01:04 AM2019-05-25T01:04:02+5:302019-05-25T01:04:02+5:30
टीएमसी की 15 महिला उम्मीदवारों में नौ विजयी हुई जबकि पांच को हार का सामना करना पड़ा। हारने वालों में बड़ा नाम आसनसोल से मुन मुन सेन हैं।
पश्चिम बंगाल से निर्वाचित हुए 42 सांसदों में से एक चौथाई से अधिक महिलाएं हैं। इनमें से नौ तृणमूल कांग्रेस और दो भाजपा की सांसद हैं। तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने लोकसभा चुनाव में 40 प्रतिशत से अधिक महिला उम्मीदवारों को खड़ा किया और उन्होंने चुनाव में अपने पुरुष साथियों से बेहतर प्रदर्शन किया। टीएमसी की 15 महिला उम्मीदवारों में नौ विजयी हुई जबकि पांच को हार का सामना करना पड़ा। हारने वालों में बड़ा नाम आसनसोल से मुन मुन सेन हैं।
टीएमसी के 22 उम्मीदवारों ने आम चुनावों में जीत दर्ज की। भाजपा की लॉकेट चटर्जी और देबोश्री चौधरी राज्य में विजयी हुईं। भगवा पार्टी ने पश्चिम बंगाल में पांच महिला उम्मीदवारों को खड़ा किया था। दोनों राज्य में भगवा लहर पर सवार होकर पहली बार चुनाव जीती। राज्य में भाजपा के 18 उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की।
टीएमसी की जो महिला उम्मीदवार पहली बार सांसद बनीं हैं उनमें नुसरत जहां और मिमी चक्रवर्ती, माला रॉय और महुआ मोइत्रा हैं। दो बार की सांसद शताब्दी रॉय, काकोली घोष दस्तीदार और 2014 में जीतने वाली तीन अन्य अपरूपा पोद्दार, प्रतिमा मंडल और सजदा अहमद ने अपनी सीटों पर फिर से जीत का परचम लहराया।