पश्चिम बंगाल: दत्तपुकुर में पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट से हड़कंप, 7 लोगों की मौत; कई घायल
By अंजली चौहान | Published: August 27, 2023 01:24 PM2023-08-27T13:24:39+5:302023-08-27T13:31:22+5:30
अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि इससे क्षेत्र की कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं।
दत्तपुकुर:पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के दत्तपुकुर इलाके में रविवार सुबह एक पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट होने से हड़कंप मच गया। इस हादसे में कम से कम सात लोगों की मौत हो गई है और कई अन्य घायल है।
हादसे की सूचना मिलते ही घटनास्थल पर फौरन दमकल विभाग पहुंचा। दमकल विभाग का कहना है कि धमाका इतना भयानक था कि इसके कारण आस-पास की कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गई है।
स्थानीय लोगों ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि विस्फोट दत्तपुकर के नीलगंज इलाके में सुबह 10.40 बजे के आसपास दो मंजिला घर के अंदर हुआ। स्थानीय लोगों का दावा है कि फैक्ट्री एक घर में अवैध रूप से चलाई जा रही थी।
#UPDATE | "5 bodies recovered", says Asis Ghosh, Fire Station Officer on the explosion that took place at the illegal crackers factory in Duttapukur. https://t.co/MZr7ZZa87Hpic.twitter.com/FbzxBDnc3M
— ANI (@ANI) August 27, 2023
6 लोगों से ज्यादा की जान गई
राज्य के खाद्य मंत्री और क्षेत्र के विधायक रथिन घोष ने कहा कि पुलिस अधिकारियों ने उन्हें बताया कि सात या आठ लोगों की मौत हो गई और लगभग छह लोग घायल हो गए।
मंत्री का कहना है कि जिला पुलिस अधिकारियों ने मुझे बताया कि सात या आठ लोग मारे गए और पांच से छह लोग घायल हो गए। मैं मौके का दौरा करूंगा।
जिस इमारत में विस्फोट हुआ उसमें पटाखे भरे हुए थे। यह वह क्षेत्र नहीं है जहां पटाखे बनाए जाते थे। मुख्य विनिर्माण केंद्र नीलगंज का नारायणपुर क्षेत्र था जो यहां से बहुत दूर है।
घोष ने मीडिया को बताया कि पुलिस ने नारायणपुर में सभी पटाखा इकाइयों को बंद कर दिया था।
पहले भी हुई ऐसी घटनाएं
पश्चिम बंगाल में हाल के दिनों में इसी तरह की कई घटनाएं देखी गई हैं। मई में, मिदनापुर जिले के एगरा में एक पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट में नौ लोगों की मौत हो गई और सात घायल हो गए। मृतकों में कम से कम दो महिलाएं थीं।
मई में एक अन्य घटना में, दक्षिण 24 परगना जिले के एक आवासीय क्षेत्र में एक अवैध पटाखा निर्माण इकाई में विस्फोट में कम से कम तीन लोग मारे गए थे।
पिछले साल दिसंबर में दक्षिण 24 परगना जिले के नोडाखाली इलाके के मोहनपुर गांव में एक पटाखा फैक्ट्री में आग लगने से कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई थी और दो घायल हो गए थे।
विस्फोटों की कई घटनाओं ने राज्य सरकार को एक नई नीति घोषित करने के लिए प्रेरित किया है जिसके तहत आतिशबाजी केवल औद्योगिक केंद्रों में ही बनाई जा सकती है। इन हब की स्थापना की प्रक्रिया शुरू हो गई है। 22 मई को, पश्चिम बंगाल सरकार ने ऐसी अवैध इकाइयों की जांच के लिए राज्य के मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया।