पश्चिम बंगाल की हिंसा पर दिल्ली का चढ़ा पारा , ममता बनर्जी के समर्थन में उतरा विपक्ष
By शीलेष शर्मा | Published: May 15, 2019 08:46 PM2019-05-15T20:46:46+5:302019-05-15T20:46:46+5:30
सीपीआई प्रवक्ता जैदी ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी का उदाहरण दिया कि किस तरह मध्य प्रदेश में रोड से गुजरते समय भाजपा समर्थकों ने प्रियंका को देखते ही चिढ़ाने के लिये मोदी -मोदी के नारे लगाये लेकिन प्रियंका ने सद्भाव दिखते हुये उनके पास जा कर बेस्ट ऑफ लक कहा।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के दौरान बंगाल में हुयी हिंसा को लेकर राजधानी दिल्ली में राजनीति गर्मा गयी है। अमित शाह से लेकर मोदी सरकार के सभी मंत्री आज बंगाल की मुख्य मंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ़ आग उगलते रहे , संसद से चंद कदमों की दूरी पर मौन धरना दिया ,साथ ही साथ ममता को चेतावनी भी दे दी कि 23 मई के बाद देखेंगे। सूत्र बताते हैं कि भाजपा इस घटना के बाद रणनीति बना रही है कि अगर भाजपा पुनः सत्ता में आती है तो ममता सरकार को बर्ख़ास्त कर बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू करेगी।
टीएमसी सहित समूचा विपक्ष भाजपा की इस चाल को भांप चुका है अतः चुनाव में एक दूसरे के खिलाफ होने के बाबजूद विपक्ष का स्वर ममता के पक्ष में मुखर होना शुरू हो गया है। कांग्रेस ने इसमें पहल करते हुये भाजपा पर हमला किया और कहा कि मोदी सरकार ने संघीय ढांचे तथा भारतीय संस्कृति पर हमला किया है। पार्टी के प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि राष्ट्रीय प्रतीक ईश्वर चंद विद्यासागर की प्रतिमा को तोड़ना देश का अपमान है। उन्होंने भाजपा की राजनीति को भीड़ तंत्र बताया जहाँ कानून का उनके लिये कोई अर्थ रखता।
वाम दलों ने भाजपा पर टिप्पणी
वाम दलों ने भी भाजपा को घेरा ,सीपीआई प्रवक्ता जैदी ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी का उदाहरण दिया कि किस तरह मध्य प्रदेश में रोड से गुजरते समय भाजपा समर्थकों ने प्रियंका को देखते ही चिढ़ाने के लिये मोदी -मोदी के नारे लगाये लेकिन प्रियंका ने सद्भाव दिखते हुये उनके पास जा कर बेस्ट ऑफ लक कहा ,जैदी ने दलील दी कि भाजपा और कांग्रेस की सोच में यही अंतर है।
अभी वाक् युद्ध चल रहा था कि कांग्रेस की मीडिया ब्रीफिंग में भाजपा कार्यकर्त्ता ने आज नारे लगा कर हंगामा खड़ा कर दिया। पत्रकारों की बिरादरी में घुस कर इस युवक ने झंडा हाथों में
लेकर वन्देमातरम और भारत माता की जय के नारे लगाये लेकिन नेताओं ने बिना धैर्य खोये उस युवक को हॉल से बिना कुछ कहे बाहर करा दिया।
विरोधियों के खिलाफ हिंसा करना भाजपा की कार्यशैली है: कांग्रेस
पवन खेड़ा ने टिप्पणी की है कि षंडयंत्रकारी हिंसा अपराध व राजनीती में हिंसा का इस्तेमाल करना भाजपा का चाल - चेहरा और चरित्र है। विरोधियों के खिलाफ हिंसा करना भाजपा की कार्यशैली है। कांग्रेस प्रवक्ता ने बीसियों उदाहरण पेश किये यह साबित करने के लिये कि भाजपा चुनाव में लाभ लेने के लिये हिंसा फैला रही है। वाम नेता दिनेश वार्ष्णेय ने त्रिपुरा का उदहारण दिया कि भाजपा कैसे राज्य में हिंसा का तांडव करती रही ,हालाँकि वार्ष्णेय ने तृणमूल कांग्रेस की भी आलोचना की साथ ही सवाल उठाया कि शाह ने रैली से पहले ममता को क्यों ललकारा यह कह कर " ममता दीदी ,मैं आ रहा हूँ ,रोक सकती हो रोक लो "