पार्थ चटर्जी ने गिरफ्तारी के बाद रात 2.30 बजे से तीन बार ममता बनर्जी को किया था फोन! टीएमसी ने किया खंडन
By विनीत कुमार | Published: July 25, 2022 02:31 PM2022-07-25T14:31:34+5:302022-07-25T14:35:51+5:30
पार्थ चटर्जी को प्रवर्तन निदेशालय ने शनिवार को गिरफ्तार किया था। अब एक आधिकारिक दस्तावेज के हवाले से ये खुलासा हुआ है कि गिरफ्तारी के बाद आधी रात से ही तीन बार पार्थ चटर्जी ने ममता बनर्जी को फोन किया था।
नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री पार्थ चटर्जी ने स्कूल में नौकरियों से संबंधित कथित घोटाले के मामले में गिरफ्तारी के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को तीन बार फोन किया था। हालांकि, तीनों पर सामने से कोई जवाब नहीं आया। एक आधिकारिक डॉक्यूमेंट्स में इसका खुलासा किया गया है।
पार्थ चटर्जी के 'अरेस्ट मेमो' में कहा गया है कि हिरासत में लिए जाने के बाद इसकी सूचना देने के लिए अपने रिश्तेदारों/दोस्तों को फोन करने संबंधी नियम के तहत मंत्री ने सबसे पहले ममता बनर्जी को फोन करने का विकल्प चुना।
पार्थ चटर्जी की आधी रात को करीब 1.55 बजे गिरफ्तारी के बाद पहला फोन ममता बनर्जी को करीब 2.33 बजे किया गया। मेमो के रिकॉर्ड में बताया गया है कि पार्थ चटर्जी ने फोन किया लेकिन सामेन से फोन नहीं उठाया गया।
इसके बाद चटर्जी ने फिर से तड़के 3.37 बजे और सुबह 9.35 बजे फोन किया। इस बार भी कोई जवाब नहीं मिला।
पुलिस के अनुसार किसी भी आरोपी व्यक्ति को अपनी गिरफ्तारी के बारे में सूचित करने के लिए किसी रिश्तेदार या मित्र को कॉल करने की अनुमति दी जाती है।
टीएमसी ने ममता बनर्जी को फोन किए जाने के प्रकरण का किया खंडन
वहीं, अब तृणमूल कांग्रेस ने पूरे प्रकरण का खंडन किया है। पार्टी के फिरहाद हाकिम ने कहा कि गिरफ्तार मंत्री द्वारा ममता बनर्जी को फोन करने का कोई सवाल ही नहीं है क्योंकि उनका फोन प्रवर्तन निदेशालय के पास था।
चटर्जी को शनिवार को स्कूल में नौकरियों से जुड़े घोटाले के मामले में गिरफ्तार किया गया था। ये मामला उस समय का है कि जब चटर्जी शिश्रा मंत्री थे।
चटर्जी पर सरकार द्वारा प्रायोजित और सहायता प्राप्त स्कूलों में पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से स्कूली शिक्षकों और कर्मचारियों की नियुक्ति में कथित गड़बड़ी के आरोप हैं। वहीं, चटर्जी की एक करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के घर से करीब 20 करोड़ रुपये नकद मिले है।
हालांकि, चटर्जी को प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत में भेजे जाने के तुरंत बाद एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया गया क्योंकि उन्होंने तबीयत खराब होने और बेचैनी की शिकायत की थी। बाद में सोमवार को पार्थ चटर्जी को कलकत्ता हाई कोर्ट के निर्देश पर एक ‘एयर एम्बुलेंस’ के जरिए ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर ले जाया गया।
चटर्जी को ‘एयर एम्बुलेंस’ से भुवनेश्वर के एम्स में भर्ती कराया गया। वर्तमान में चटर्जी राज्य के उद्योग एवं संसदीय मामलों के मंत्री हैं। एम्स के एक अधिकारी ने बताया, ‘बंगाल के मंत्री को यहां पहुंचने के बाद एक निजी वार्ड में भर्ती कराया गया है। उनके स्वास्थ्य की जांच के बाद, उन्हें एक विशेष कक्ष में ले जाया गया।’
चटर्जी के दो वकील भी उनके साथ भुवनेश्वर पहुंचे हैं। इससे पहले चटर्जी को सरकारी एसएसकेएम अस्पताल से एक एम्बुलेंस के जरिए कोलकाता हवाई अड्डे ले जाया गया। कोलकाता पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि चटर्जी को ले जाने के लिए हरित गलियारा बनाया गया था, जिससे वह करीब 30 मिनट में हवाईअड्डे पहुंच गए।