Weather Updates: पश्चिमी विक्षोम की वजह से बदलेगा मौसम, हिमालय में बर्फबारी और बारिश के आसार; आईएमडी ने किया अलर्ट
By अंजली चौहान | Updated: March 4, 2025 07:24 IST2025-03-04T07:22:15+5:302025-03-04T07:24:32+5:30
Weather Updates: उत्तराखंड में 4 मार्च को छिटपुट हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी होने की उम्मीद है।

Weather Updates: पश्चिमी विक्षोम की वजह से बदलेगा मौसम, हिमालय में बर्फबारी और बारिश के आसार; आईएमडी ने किया अलर्ट
Weather Updates: भारत में बदलते मौसम को देखते हुए भारतीय मौसम विभाग ने लेटेस्ट अपडेट जारी किया है। मौसम विज्ञान विभाग ने पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र पर पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव को उजागर करते हुए मौसम पूर्वानुमान जारी किया है, जिससे आज और आने वाले दिनों में कई क्षेत्रों में व्यापक वर्षा और बर्फबारी हो सकती है। पश्चिमी विक्षोभ, जो निचले से ऊपरी क्षोभमंडल स्तरों तक फैली एक गर्त के रूप में देखा जाता है, 4 मार्च को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद और हिमाचल प्रदेश में व्यापक रूप से हल्की से मध्यम वर्षा और बर्फबारी होने की उम्मीद है। इन क्षेत्रों में अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ छींटे पड़ने और बिजली गिरने की भी संभावना है।
वहीं, उत्तराखंड में 4 मार्च को छिटपुट से लेकर छिटपुट हल्की से मध्यम वर्षा और बर्फबारी होने की उम्मीद है।
दिल्ली-एनसीआर में लगातार बदलते मौसम में अभी और बदलाव देखने को मिल सकता है।
नया पश्चिमी विक्षोभ
आईएमडी ने एक और पश्चिमी विक्षोभ की भविष्यवाणी की है जो 9 मार्च से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित करेगा। इसके प्रभाव में, उसी दिन जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में छिटपुट से लेकर छिटपुट हल्की से मध्यम वर्षा और बर्फबारी होने की उम्मीद है।
गौरतलब है कि राजस्थान में अगले तीन दिनों में अधिकतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की क्रमिक गिरावट देखी जाएगी, उसके बाद अगले दो दिनों में 2-3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होगी। गुजरात में अगले 24 घंटों में अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होगा, लेकिन उसके बाद 2-3 डिग्री सेल्सियस की क्रमिक गिरावट की उम्मीद है।
शेष भारत में अगले 4-5 दिनों में कोई खास बदलाव नहीं होने के साथ अधिकतम तापमान स्थिर रहेगा। आईएमडी के अनुसार, 4 से 6 मार्च तक कोंकण और गोवा में गर्म और आर्द्र मौसम की स्थिति रहने की संभावना है। 4 से 7 मार्च तक कर्नाटक में भी इसी तरह की स्थिति रहने की उम्मीद है।