मानसून से पूर्व कई राज्यों में बारिश, महाराष्ट्र में आंधी-तूफान में 1 महिला की मौत
By स्वाति सिंह | Published: June 10, 2019 10:18 AM2019-06-10T10:18:11+5:302019-06-10T10:18:11+5:30
रविवार को महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश और हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में तेज बारिश हुई।
केरल के कई हिस्सों में रविवार को बारिश हुई। यह बारिश राज्य में दक्षिणपश्चिम मानसून के दस्तक देने के एक दिन बाद हुई है। वहीं, मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, अन्य राज्यों में प्री मानसून की गतिविधियां शुरू हो चुकी हैं, जिसके चलते मौसम के रुख में बदलाव देखा जा रहा है।
रविवार को महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश और हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में तेज बारिश हुई। जबकि महाराष्ट्र के नासिक जिले में मानसून पूर्व हुई भारी बारिश और गरज के साथ आंधी-तूफान के चलते एक व्यक्ति की मौत हो गई तथा तीन अन्य घायल हो गए।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि शनिवार की शाम तूफानी हवाओं के चलते नासिक में कुछ जगहों पर पेड़ उखड़ गए और कई इलाकों में बिजली आपूर्ति करीब पांच घंटे तक ठप रही।
इंदिरा नगर थाने के एक अधिकारी ने कहा, 'वडाला में तूफानी हवाओं के साथ हुई बारिश के चलते टीन की एक छत के गिर जाने से 70 साल की एक महिला की मौत हो गई'। उन्होंने बताया कि इस घटना में मृतका के परिवार के तीन अन्य लोग घायल हो गए।
पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि जिले के येओला नगर में भी मानसून पूर्व भारी बारिश हुई जहां कुछ मकानों को क्षति पहुंची है। उन्होंने बताया कि भारी बारिश के चलते निफाड तहसील में एक प्याज भंडारण शेड तथा मन्माड में एक ग्रीनहाउस भी नष्ट हो गया।
वहीं अरब सागर में निम्न दबाव वाला क्षेत्र बना हुआ है। मौसम विभाग ने बताया कि अगले दो दिनों और उसके बाद यह निम्न दबाव वाला क्षेत्र और गहरा जाएगा और चक्रवात में बदल जाएगा।
अरब सागर के ऊपर बना निम्न दबाव वाला क्षेत्र
विभाग ने दूर-दराज क्षेत्रों और लक्षद्वीप समूह में भारी बारिश और तटीय क्षेत्र में तूफान वाले मौसम की आशंका जताई है। विभाग ने मछुआरों को 13 जून तक मछली पकड़ने के लिए समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी है।
विभाग ने शाम तीन बजे इस संबंध में बुलेटिन जारी करके बताया कि चक्रवात के प्रभाव की वजह से दक्षिणपूर्वी अरब सागर, लक्षद्वीप क्षेत्र और पूर्व-मध्य अरब सागर के ऊपर निम्न दबाव वाला क्षेत्र बन गया है।
मौसम रिपोर्ट में उत्तर मलप्पुरम और कोझिकोड में 12 जून को भारी से भारी बारिश की आशंका जताई है। लगभग एक सप्ताह की अनुमानित देरी के बाद दक्षिण पश्चिमी मानसून ने केरल तट पर शनिवार को दस्तक दे दी।
दक्षिण पश्चिम मानसून ही उत्तर और मध्य भारत सहित देश के अधिकांश इलाकों में लगभग चार महीने तक चलने वाली बारिश की ऋतु का वाहक माना जाता है। जिला कलेक्टर ने उन क्षेत्रों में लोगों को अलर्ट रहने को कहा है जहां पिछले साल मानसून के दौरान भूस्खलन की घटनाएं हुई थी।
(भाषा इनपुट के साथ)