अनुच्छेद 35-ए पर माहौल बनाने में हम पीछे रह गए, लेकिन एजेंडे में आज भी शामिलः अमित शाह
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 25, 2019 11:36 AM2019-02-25T11:36:49+5:302019-02-25T11:36:49+5:30
टीवी चैनल को दिए एक साक्षात्कार में उन्होंने गठबंधन, प्रियंका गांधी, आतंकवाद और पाकिस्तान से क्रिकेट खेलने जैसे मुद्दों पर खुलकर राय रखी।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने माना कि वो देश में अनुच्छेद 35-ए और धारा 370 के खिलाफ माहौल बनाने में पीछे रह गए, लेकिन उनके एजेंडे में आज भी ये प्रमुखता से शामिल है। एक टीवी चैनल को साक्षात्कार देते हुए शाह ने एनडीए गठबंधन की नाराजगी, प्रियंका गांधी की मुस्कान, आतंकवाद, और पाकिस्तान से क्रिकेट खेलने के मुद्दे पर खुलकर अपनी राय रखी। शाह ने कहा कि राम मंदिर निर्माण को टालने का प्रयास हमने कभी नहीं किया। ये काम कांग्रेस कर रही है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर, आर्टिकल 35ए और धारा 370 मुद्दे हमारे लिए जान से भी ज्यादा प्यारे हैं। इन्हें हम साथ लेकर चलेंगे। इन्हीं मुद्दों पर चुनाव लड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार को थोड़ा समय दीजिए।
नरेंद्र मोदी दोबारा बनेंगे प्रधानमंत्री
अमित शाह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और एनडीए मिलकर एक अच्छे बहुमत के साथ नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाएगी। मैंने पूरे देश में घूमकर देखा है कि देश की जनता प्रधानमंत्री के रूप में एकबार फिर मोदी जी को चाहती है। उन्होंने कहा कि हम विपक्ष की कमजोरी के आधार पर नहीं, अपनी मजबूती के आधार पर चुनाव जीतेंगे। देश को गौरव दिलाने वाला प्रधानमंत्री बहुत समय के बाद मिला है। संवदेनशील प्रधानमंत्री बहुत समय के बाद मिला है।
राफेल मुद्दे पर राहुल से पूछने चाहिए सवाल
अमित शाह ने कहा कि राफेल मुद्दे पर राहुल से मीडिया को तीन सवाल पूछे जाने चाहिए। पहला कि अनिल अंबानी को कितना ऑर्डर मिला, दूसरा कि आपके समय के सौदे और एनडीए के सौदे में कितना अंतर था और तीसरा सवाल कि आपके पास सारी सूचनाएं थी तो सुप्रीम कोर्ट में क्यों नहीं पेश किया?
सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में साफ तौर पर कहा कि इससे किसी का कोई व्यक्तिगत आर्थिक फायदा नहीं मिला है। भ्रष्टाचार के आरोप चिपकने से नहीं चिपकते। सबका एक चरित्र होता है। मैं देश को आश्वस्त करना चाहता हूं कि राफेल में एक पैसे का भ्रष्टाचार नहीं हुआ है।
पाकिस्तान से क्रिकेट खेलने के सवाल पर अमित शाह ने कहा कि ये सरकार को तय करना है। देशभर ने अपनी भावना सरकार को भेज दी है। जल्दी ही इस बात पर फैसला किया जाएगा।