महाराष्ट्रः पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा- कल बैठक कर करेंगे सोच विचार, शिवसेना-कांग्रेस और एनसीपी सरकार बनेगी या नहीं
By रामदीप मिश्रा | Published: November 17, 2019 08:33 PM2019-11-17T20:33:13+5:302019-11-17T20:33:13+5:30
महाराष्ट्रः एनसीपी प्रमुख शरद पवार के आवास पर पार्टी कोर कमिटी की बैठक आयोजित की गई, जिसके बाद एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा है कि हमने तय किया है कि कांग्रेस के साथ चर्चा के बाद ही अगला फैसला लिया जाएगा।
महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस सरकार बनाने को लेकर सस्पेंस बरकरार है। तीनों पार्टियों को बीच सामंजस्य बैठ नहीं पा रहा है। यही वजह है कि लगातार बैठकें आयोजित की जा रही हैं। इस बीच महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के नेता वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा है कि हम कल बैठक कर आगे के बारे में सोच-विचार करेंगे।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि हम यह खोजने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी एक साथ आ सकते हैं? शिवसेना और कांग्रेस के नेताओं के बीच कल एक बैठक है। हम सोच-विचार करेंगे कि हम आगे बढ़ सकते हैं या नहीं।
Prithviraj Chavan, former Maharashtra CM and Congress leader: We are trying to find whether Shiv Sena, Congress & NCP can come together. There is a meeting tomorrow between the leaders of Shiv Sena & Congress. We will find out if we can go ahead or not. pic.twitter.com/fjfEwILMxB
— ANI (@ANI) November 17, 2019
इससे पहले एनसीपी प्रमुख शरद पवार के आवास पर पार्टी कोर कमिटी की बैठक आयोजित की गई, जिसके बाद एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा है कि हमने तय किया है कि कांग्रेस के साथ चर्चा के बाद ही अगला फैसला लिया जाएगा। कल कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पवार साहब एक बैठक करेंगे और परसों दोनों दलों के नेताओं की बैठक होगी।
आपको बता दें कि 288 सीटों सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का रिजल्ट 24 अक्टूबर घोषित हुआ था, जिसमें 105 सीटें जीतते हुए बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। राज्य के चुनाव में शिवसेना को 56 सीटें मिलीं। इसके अलावा राकांपा को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिलीं। प्रदेश की 288 सदस्यीय विधानसभा में सरकार बनाने के लिये 145 विधायकों का समर्थन जरूरी है। मुख्यमंत्री पद को लेकर बीजेपी और शिवसेना के बीच जमकर खींचतान हुई और दोनों पार्टियों में तालमेल नहीं बन सका।