पश्चिम बंगाल: विश्व भारती विश्वविद्यालय हिंसा मामले में 8 गिरफ्तार, पीएम मोदी को घटना की जानकारी देगी यूनिवर्सिटी
By विनीत कुमार | Published: August 18, 2020 12:10 PM2020-08-18T12:10:04+5:302020-08-18T12:12:10+5:30
पश्चिम बंगाल के बीरभूम में विश्व भारती विश्वविद्यालय कैंपस में सोमवार को हुए हिंसा के मामले में 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यूनिवर्सिटी की ओर से इस घटना की जानकारी पीएम नरेंद्र मोदी को भी दी जाएगी।
पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में सोमवार को विश्व भारती विश्वविद्यालय परिसर में हंगामें और हिंसक प्रदर्शन के बाद 8 लोगों को हिरासत में लिया गया है। पौष मेला मैदान में चारदीवारी के निर्माण के खिलाफ ये प्रदर्शन और तोड़फोड़ हुए थे जिसके बाद यूनिवर्सिटी को अनिश्चिकाल के लिए बंद भी कर दिया गया।
वहीं, इस पूरे मामले में यूनिवर्सिटी ने केंद्र से अतिरिक्त सुरक्षा की मांग करने का फैसला किया है। ऐसे आरोप हैं कि कैंपस में हिंसक प्रदर्शन के बाद मदद मांगने के बावजूद राज्य पुलिस ने तत्काल कार्रवाई नहीं की।
पीएम मोदी को दी जाएगी घटना की जानकारी
विश्वविद्यालय परिसर में हुए हंगामे के बाद डायरेक्टर्स, विभिन्न विभागों के अध्यक्ष और प्रिंसिपल की मीटिंग हुई। इसमें फैसला लिया गया कि घटना की पूरी जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दी जाएगी। दरअसल, पीएम मोदी इस केंद्रीय यूनिवर्सिटी के चांसलर हैं।
विश्व भारती को नामांकन, परीक्षा और अन्य आपातकाल सेवाओं को छोड़ बाकी सभी कामों के लिए बंद करने का फैसला लिया गया है। ऐसे आरोप हैं कि सोमवार को करीब 2000 लोगों की भीड़ वहां जमा हो गई। इनके साथ जेसीबी भी था और इस भीड़ का नेतृत्व टीएमसी के एक विधायक कर रहे थे।
‘पौष मेला’ का आयोजन बंद करने के विश्व भारती के फैसले से नाराजगी
इस मेले का आयोजन सबसे पहले रबींद्रनाथ टैगोर के पिता महर्षि देबेन्द्रनाथ टैगोर ने 1894 में किया था। इसके बाद से ही ये परंपरा चली आ रही है। इस घटना के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि वह वहां किसी भी तरह का निर्माण नहीं चाहती हैं। वहीं, राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने स्थिति पर चिंता प्रकट की।
सामान्य तौर पर दिसंबर के अंत में बंगाली पौष महीने में पौष मेले का आयोजन होता है और इसमें हथकरघा, शिल्प, कला के प्रदर्शन के साथ-साथ संगीत उत्सव का आयोजन होता है। विश्व भारती प्रशासन ने यह कहते हुए कि पिछले दो वर्षों से मेला आयोजित कराने का उसका अनुभव ‘बुरा रहा’ है, मेले को बंद करने का फैसला लिया।
(भाषा इनपुट)