बिहारशरीफ के रामनवमी जुलूस के दौरान हुई हिंसा सुनियोजित थी, 457 लोगों का एक व्हाट्सएप ग्रुप था सक्रिय
By रुस्तम राणा | Published: April 9, 2023 10:37 PM2023-04-09T22:37:11+5:302023-04-09T22:37:11+5:30
बिहार एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने कहा कि प्रथम दृष्टया बिहारशरीफ के रामनवमी जुलूस के दौरान हुई हिंसा सुनियोजित थी। रामनवमी से पहले 457 लोगों का एक व्हाट्सएप ग्रुप सक्रिय था।
पटना: बिहार में रामनवमी में शोभायात्रा के हुई हिंसा, आगजनी को लेकर बिहार पुलिस ने रविवार को एक बयान जारी किया। बिहार एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने कहा कि प्रथम दृष्टया बिहारशरीफ के रामनवमी जुलूस के दौरान हुई हिंसा सुनियोजित थी। रामनवमी से पहले 457 लोगों का एक व्हाट्सएप ग्रुप सक्रिय था। इसमें रामनवमी को लेकर संदेशों के जरिए साजिश रची जा रही थी।
उन्होंने कहा कि बिहार शरीफ में राम नवमी के अवसर पर हुई हिंसा के जांच के क्रम में सोशल मीडिया और आर्थिक अपराध शाखा ने केस दर्ज किया है। जांच में पता चला है कि मामले में साइबर स्पेस पर उन्माद, धार्मिक भावना को भड़काने वाले संदेशों एंव अन्य सांप्रदायिक उत्तेजना फैलाने वाले आपत्तिजनक संदेश और पोस्ट की महत्वपूर्ण भूमिका थी।
Kundan Kumar, the convenor of Bajrang Dal has surrendered as the mastermind of this social media. Apart from this, a total of 15 FIRs have been registered in Bihar Sharif, in which a total of 140 arrests have been made: Jitendra Singh Gawar, ADG, Headquarters pic.twitter.com/nQp17LEJ1q
— ANI (@ANI) April 9, 2023
पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस मामले में एक अलग प्राथमिकी दर्ज की गई है। जिसकी जांच आर्थिक अपराध अनुसंधान दल द्वारा की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस सोशल मीडिया के मास्टरमाइंड के तौर पर बजरंग दल के संयोजक कुंदन कुमार ने सरेंडर कर दिया है। इसके अलावा बिहारशरीफ में कुल 15 प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिसमें 271 नामजद अभियुक्त थे। 140 अभियुक्तों को गिरफ़्तार किया गया है।