विनेश फोगाट किसान आंदोलन के 200 दिन पूरे होने पर शंभू बॉर्डर पहुंचीं, बोलीं- 'इनके बिना हमारा वजूद नहीं'
By आकाश चौरसिया | Updated: August 31, 2024 12:23 IST2024-08-31T12:09:38+5:302024-08-31T12:23:37+5:30
किसानों को लेकर विनेश फोगाट ने कहा कि 200 दिनों से वे यहां बैठे हैं। देखकर बहुत पीड़ा होती है, ये सभी लोग देशवासी हैं। सभी किसान देश को चलाते हैं। इनके बिना कुछ भी संभव नहीं है, यहां तक कि एथलीट भी उनके बिना कुछ नहीं, अगर उन्होंने खाना के तौर पर खेती करना बंद कर दिया, तो हमारा क्या होगा, आप इसे समझिए।

फोटो क्रेडिट- (एक्स)
नई दिल्ली: किसानों के शंभू बॉर्ड पर न्यूनतम समर्थन मूल्य को लेकर चर रहे विरोध प्रदर्शन के बीच ओलंपियन विनेश फोगाट भी पहुंचीं। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आप यहां पर आए सबका हौसला बढ़ा और ऐसे ही आप आगे मेरे से ज्यादा इनकी समस्या को लेकर आप अपनी आवाज उठाएं। अभी मेरे मामले पर फोकस न करें और समय आने पर आपको बुलाया जाएगा, तब मैं सब पर बात करूंगी। गौरतलब है कि आंदोलन के आज लगभग 200 दिन पूरे हुए हैं।
किसानों को लेकर उन्होंने आगे कहा, 200 दिनों से वे यहां बैठे हैं। देखकर बहुत पीड़ा होती है, ये सभी लोग देशवासी हैं। सभी किसान देश को चलाते हैं। इनके बिना कुछ भी संभव नहीं है, यहां तक कि एथलीट भी उनके बिना कुछ नहीं, अगर उन्होंने खाना के तौर पर खेती करना बंद कर दिया, तो हमारा क्या होगा, आप इसे समझिए। कई बार हम चाह कर कुछ नहीं कर पाते और देश को बड़े स्तर पर ये सब प्रतिनिधित्व करते हैं। ऐसे में हमनें उनके लिए क्या किया। मैं देश की सरकार से कहना चाहती हूं कि किसानों के मुद्दों पर गंभीरता से विचार करें। उन्होंने पिछली बार अपनी गलती मान ली थी, उन्होंने जो वादे किये थे उन्हें पूरा करना चाहिए। अगर लोग इस तरह सड़कों पर बैठे रहेंगे तो देश प्रगति नहीं करेगा।'
#WATCH | Shambhu border | On her disqualification from Olympics wrestling final and controversy, Vinesh Phogat says, "If you can, focus more on farmers' struggle today. I don't want the focus on me. I will call you and speak about it when it is the day..." pic.twitter.com/dHUU9voTX3
— ANI (@ANI) August 31, 2024
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा, "...मैं शंभू मोर्चा के मंच से बोल रहा हूं। 200 दिन पूरे होने पर सभी तैयारियां चल रही हैं। लाखों किसान यहां और खनौरी व अन्य बॉर्डर पर जुटेंगे। हमें विनेश फोगाट का संदेश मिला है, वह भी यहां पहुंचेंगी, हम उनका सम्मान करेंगे...आज हम केंद्र सरकार से मांग करेंगे कि यह रास्ता खोला जाए और हमें दिल्ली जाने दिया जाए, जहां हम शांतिपूर्वक एमएसपी की कानूनी गारंटी के साथ-साथ अन्य मांगें भी कर सकें...इस मंच से नई घोषणाएं भी की जाएंगी..."