कानपुर शूटआउट के बाद विकास दुबे ने BJP नेता से मांगे थे 20 लाख, सरेंडर के लिए बनाया था ये प्लान
By पल्लवी कुमारी | Published: July 25, 2020 08:50 AM2020-07-25T08:50:01+5:302020-07-25T08:50:01+5:30
कानपुर शूटआउट (Kanpur Encounter) का आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे (Vikas Dubey) उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) के साथ एनकाउंटर में 10 जुलाई की सुबह मार दिया गया था। 3 जुलाई को बिकरु कांड के बाद से वह फरार था और 9 जुलाई को मध्य प्रदेश के उज्जैन में उसे पकड़ा गया था।
लखनऊ: कानपुर शूटआउट (Kanpur Shootout) में 8 पुलिसकर्मियों का हत्यारा गैंगस्टर विकास दुबे (Vikas Dubey) के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद कई राज खुल रहे हैं। ताजा जानकारी मिली है कि बिकरु कांड के बाद फरार रहने के दौरान विकास दुबे ने कानपुर के एक बीजेपी नेता से सरेंडर के इंतजाम करने के लिए मदद मांगी थी। इस बातचीत का एक ऑडियो और व्हाट्सएप चैटिंग वायरल हो रहा है।
न्यूज 18 में छपी रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी नेता ने यूपी एसटीएफ को पूछताछ में ये बात बताई है। बीजेपी नेता ने एसटीएफ को विकास दुबे के आये फोन कॉल और मैसेज की जानकारी दी है।
विकास दुबे ने 20 लाख कैश और 4 जोड़ी मांगे थे वकील के कपड़े
रिपोर्ट के मुताबिक 3 जुलाई 2020 की सुबह बिकरु कांड के बाद विकास दुबे फरार होने के कुछ दिन बाद बीजेपी नेता से 20 लाख रुपये मांगे थे। इसके अलावा विकास ने 4 जोड़ी वकीलों के कपड़े का बंदोबस्त करने को भी कहा था। जब बीजेपी नेता ने कहा कि इतने पैसे का इंतजाम करना मुश्किल हो जाएगा तो उसने एक सपा नेता का नंबर दिया। विकास दुबे ने बीजेपी नेता को कहा है कि वह सपा के इस नेता से मदद मांग सकते हैं।
विकास दुबे पुलिस एनकाउंटर से बचने के लिए वकील के वेश में कोर्ट में सरेंडर की तैयारी कर रहा था। इसलिए उसने बीजेपी नेता से वकीलों के कपड़े मांगे थे। वायरल चैट और ऑडियो में विकास बार-बार गुड्डन त्रिवेदी से बात कराने को कह रहा था।
बीजेपी नेता को दोगुनी रकम और कानपुर में प्रॉपर्टी देने का विकास दुबे ने किया था वादा
व्हाट्सएप चैटिंग से ये बात सामने आई है कि उसने बीजेपी नेता को अपना सूट का साइज नंबर भी बताया था जो कि 40 नंबर था। जूते का साइज उसने 8 बताया था। ऑडियो में विकास वाराणसी और ग्वालियर में छिपे रहने की बात कर रहा था।
विकास दुबे ने बीजेपी नेता को यह भी कहा था कि इस पैसे (20 लाख रुपये) की मदद के बदले वह 2 दिन में दोगुनी रकम और कानपुर में प्रॉपर्टी देगा। विकास दुबे एनकाउंटर मामले की जांच में यूपी एसटीएफ लगी हुई है।
कानपुर शूटआउट से विकास दुबे के एनकाउंटर तक
कानपुर में मुठभेड़ दो और तीन जुलाई 2020 की रात तकरीबन एक से डेढ़ बजे के बीच हुआ। पुलिस की टीम हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को गिरफ्तार करने के लिए उसके बिकरू गांव गई थी। जैसे ही पुलिस की एक टीम के विकास दुबे के घर के पास पहुंची, उसी दौरान छत से पुलिस पर अंधाधुंध फायरिंग की गई। जिसमें यूपी पुलिस (UP Police) के आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए।
इस घटना के बाद से विकास दुबे फरार चल रहा था। पुलिस ने उसके ऊपर पांच लाख का इनाम रखा था। 9 जुलाई 2020 को मध्य प्रदेश पुलिस ने विकास दुबे को उज्जैन के महाकाल मंदिर के बाहर से गिरफ्तार कर उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंपा। 10 जुलाई को उज्जैन से कानपुर लाते वक्त विकास दुबे सचेंडी थाना क्षेत्र में एसटीएफ (STF) के साथ मुठभेड़ में मारा गया था।