Video: कालीचरण महाराज बोले 'गांधी से मुझे नफरत है, बयान पर कोई पछतावा नहीं', 3 महीने तक जेल में रहने के बाद भी महाराज के नहीं बदले सुर
By आजाद खान | Published: April 10, 2022 09:30 AM2022-04-10T09:30:47+5:302022-04-10T10:06:19+5:30
कालीचरण महाराज ने जेल से निकलने के बाद अपने बात पर कायम रहने की बात कही है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें अपने बात पर कोई पश्चात नहीं है।
भोपाल: कालीचरण महाराज (Kalicharan Maharaj) ने जेल से बाहर आने के बाद अपनी बात पर कायम रहने की बात कही है। न्यूज एजेंसी एएनआई ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें कालीचरण महाराज ने कहा है कि महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) को लेकर जो बयान दिया था, वे उस पर अभी भी कायम हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें उनके कहे हुए बात पर कोई पश्चात नहीं है। आपको बता दें कि महात्मा गांधी के खिलाफ कथित अमर्यादित टिप्पणी देने के आरोप में कालीचरण महाराज रायपुर के केंद्रीय जेल में तीन महीने तक बंद थे। हालांकि रिहा होने के बाद भी उनके सुर नहीं बदले हैं।
#WATCH Ujjain, Madhya Pradesh | I stand by my statement. I said it thoughtfully and have no regrets: Kalicharan Maharaj on his earlier alleged derogatory remarks against Mahatma Gandhi (09.04) pic.twitter.com/TsWAeSdlHJ
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) April 10, 2022
कालीचरण महाराज ने कहा- गांधी से मुझे है नफरत
जेल में तीन महीने रहने के बाद कालीचरण महाराज के बयानों का सिलसिला जारी है। वीडियो में कालीचरण महाराज को यह कहते हुए सुना गया कि जिस गांधी ने शिवाजी महाराज और गुरु गोबिंद सिंह को पथभ्रष्ट देशभक्त कहा, उस गांधी से मुझे नफरत है। उन्होंने इससे पहले भी महात्मा गांधी को लेकर बयान दिया था। यही नहीं कालीचरण महाराज जेल से रिहा होने के बाद कथित तौर पर धारदार हथियार को लहराते हुए भी नजर आए हैं। इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हुआ था।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कार्रवाई की मांग की थी
कालीचरण महाराज के जेल से निकलने के बाद उनके कथित धारदार हथियार को लहराने पर कांग्रेस ने आपत्ति जताई थी। यह घटना मंगलवार की है। इस पर बोलते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता राकेश सिंह यादव ने कहा, ‘‘कालीचरण के समर्थक उसके द्वारा खुलेआम धारदार हथियार लहराने का वीडियो सोशल मीडिया पर जारी करके शहर की फिजा बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं।’’ उन्होंने वीडियो के आधार पर कालीचरण महाराज और उनके समर्थकों पर कार्रवाई करने की मांग की है। इस पर बीजेपी ने भी पलटवार किया था।