VIDEO: अजीत पवार ने पुणे में हुए जानलेवा हादसे के लिए जंग लगे पुल और भीड़ को जिम्मेदार ठहराया
By रुस्तम राणा | Updated: June 15, 2025 20:46 IST2025-06-15T20:46:13+5:302025-06-15T20:46:13+5:30
पुणे के जिला कलेक्टर जितेंद्र डूडी ने कहा कि अब तक 38 लोगों को बचाया गया है, जिनमें से 30 को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि छह अन्य गंभीर रूप से घायल हैं।

VIDEO: अजीत पवार ने पुणे में हुए जानलेवा हादसे के लिए जंग लगे पुल और भीड़ को जिम्मेदार ठहराया
मुंबई: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने रविवार को कहा कि इंद्रायणी नदी पर बना लोहे का पुल जंग खा गया था और प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि पुल पर कई लोग खड़े थे, जिस कारण यह ढह गया, जिससे दो लोगों की मौत हो गई। पुणे के जिला कलेक्टर जितेंद्र डूडी ने कहा कि अब तक 38 लोगों को बचाया गया है, जिनमें से 30 को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि छह अन्य गंभीर रूप से घायल हैं।
कलेक्टर ने कहा कि पुल के ढहने और बह जाने के समय उस पर मौजूद लोगों की सही संख्या का आकलन किया जा रहा है। उन्होंने कहा, "हम यह भी आकलन कर रहे हैं कि कितने लोग लापता हैं।"
अधिकारियों ने बताया कि यह घटना मावल तहसील के कुंदमाला इलाके में हुई, जहां अक्सर पिकनिक मनाने वाले लोग आते हैं। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ दिनों से इलाके में भारी बारिश हो रही है, जिससे नदी उफान पर है।
उपमुख्यमंत्री पवार ने कहा, "हमें घटना के बारे में अलग-अलग जानकारी मिली है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, पुल पुराना और जंग लगा हुआ था। जब पुल ढहा, तब कई लोग उस पर खड़े थे।" उन्होंने कहा कि नदी पर एक नया पुल बनाने की योजना को मंजूरी दे दी गई है।
#WATCH | Pune, Maharashtra | A bridge collapsed on the Indrayani River, near Kundamala village, under the Pimpri-Chinchwad Police station. 10 to 15 people feared trapped. 5 to 6 people have been rescued. More details awaited: Pimpri Chinchwad Police https://t.co/CiYAnNDiySpic.twitter.com/g0jm7QE9Xv
— ANI (@ANI) June 15, 2025
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि घटना में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि बह गए कुछ लोगों का पता लगाने के लिए युद्धस्तर पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। अधिकारियों ने कहा कि पुणे ग्रामीण पुलिस, दमकल विभाग, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और अन्य आपातकालीन प्रतिक्रिया इकाइयां बचाव अभियान चला रही हैं।