PET परीक्षा को लेकर योगी सरकार पर हमलावर हुए वरुण गांधी, कहा- हवाई सर्वेक्षणों से दिखाई नहीं देती जमीनी हकीकत
By मनाली रस्तोगी | Published: October 15, 2022 02:51 PM2022-10-15T14:51:22+5:302022-10-15T14:52:42+5:30
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद वरुण गांधी ने उत्तर प्रदेश के बाढ़ प्रभावित इलाकों में प्रारंभिक योग्यता परीक्षा (पीईटी) न तो स्थगित करने और न ही छात्रों के परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने के लिए परिवहन के पर्याप्त इंतजाम करने को लेकर शनिवार को राज्य सरकार पर निशाना साधा।
लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद वरुण गांधी अक्सर अपनी ही पार्टी पर कटाक्ष करते हुए नजर आते हैं। ऐसे में एक बार फिर गांधी चर्चा का विषय बने हुए हैं। दरअसल, उन्होंने राज्य में बाढ़ के बीच उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) की चल रही प्रारंभिक पात्रता परीक्षा (पीईटी) को लेकर शनिवार को योगी सरकार पर हमला बोला।
वरुण गांधी ने ट्विटर पर कुछ तस्वीरें साझा कीं। इन तस्वीरों में देखा जा सकता है कि कैसे भीड़ ट्रेनों और रेलवे स्टेशनों पर नजर आ रही है। भीड़ इतनी है कि कहीं ढंग से खड़े होने की जगह तक नहीं है। ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा, "यूपी बाढ़ की चपेट में हैं और 37 लाख से अधिक छात्र PET की परीक्षा देने निकले हैं। प्रश्नपत्र हल करने से बड़ी चुनौती सेंटर तक पहुंचना है। छात्रों की निरंतर मांग के बाद भी ना परीक्षा टाली गयी ना यातायात के पुख्ता इंतजाम किए गए। शायद ‘हवाई निरीक्षण’ से ‘जमीनी मुद्दे’ नहीं दिखते।
यूपी बाढ़ की चपेट में हैं और 37 लाख से अधिक छात्र PET की परीक्षा देने निकले हैं।
— Varun Gandhi (@varungandhi80) October 15, 2022
प्रश्नपत्र हल करने से बड़ी चुनौती सेंटर तक पहुँचना है। छात्रों की निरंतर माँग के बाद भी ना परीक्षा टाली गयी ना यातायात के पुख्ता इंतजाम किए गए।
शायद ‘हवाई निरीक्षण’ से ‘जमीनी मुद्दे’ नहीं दिखते। pic.twitter.com/BXDmiFJ9N9
उत्तर प्रदेश पिछले कुछ दिनों से भारी बाढ़ की स्थिति से जूझ रहा है, लोगों के घरों में पानी घुस गया है। ये स्थिति देखते हुए कई जिलों में हाई अलर्ट कर दिया गया है। सरयू और राप्ती समेत कई नदियां उफान पर हैं, जिससे उत्तरी राज्य के नागरिकों की परेशानी और बढ़ गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पिछले कुछ दिनों से हवाई सर्वेक्षण कर रहे हैं और बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत सामग्री भी वितरित कर रहे हैं।
गुरुवार को बस्ती के अपने दौरे के दौरान (जहां लगातार बारिश के कारण लगभग 70 गांव प्रभावित हुए हैं) सीएम ने कहा कि उनकी सरकार ने बारिश, बाढ़ या अन्य प्राकृतिक आपदाओं के कारण मौत के मामले में 4 लाख रुपये देने का फैसला किया है। गुरुवार को राप्ती नदी ने शोहरतगढ़ के पास तटबंधों को तोड़ दिया और 20 से अधिक गांवों को जलमग्न कर दिया। इस बीच वाराणसी में नदी का जलस्तर 66.59 मीटर के निशान को छू गया।