उत्तराखंड की पहली जैव विविधता गैलरी का हल्द्वानी में उदघाटन
By भाषा | Updated: December 19, 2021 20:03 IST2021-12-19T20:03:21+5:302021-12-19T20:03:21+5:30

उत्तराखंड की पहली जैव विविधता गैलरी का हल्द्वानी में उदघाटन
देहरादून, 19 दिसंबर उत्तराखंड की समृद्ध जैव विविधता के कम ज्ञात पहलुओं के प्रति लोगों को जागरूक करने के उददेश्य से रविवार को हल्द्वानी में प्रदेश की पहली जैव विविधता गैलरी लोगों के लिए खोल दी गयी ।
मुख्य वन संरक्षक (शोध) संजीव चतुर्वेदी ने बताया कि यह गैलरी जैपनीज इंटरनेशनल कॉआपरेशन एजेंसी (जायका) द्वारा वित्तपोषित है ।
उन्होंने बताया कि उष्णकटिबंधीय, शीतोष्ण, अल्पाइन आदि सभी प्रकार के जलवायु क्षेत्रों तथा पश्चिमी हिमालयी और पूर्वी हिमालय के संगम पर स्थित होने के कारण उत्तराखंड में हर प्रकार की जैव विविधता है ।'
उन्होंने कहा, 'हांलांकि, इस समृद्ध कोष की कुछ प्रजातियों के बारे में ही लोगों को पता है । यह जैव विविधता गैलरी इसी अंतर को भरने का प्रयास है ।'
इस गैलरी की मुख्य विशेषता उत्तराखंड की जैव विविधता के 101 आइकन हैं जिनके आवास, पारिस्थितिकी भूमिका और उनके उपयोगों के बारे में भी सूचना दी गयी है । इनमें राज्य में पायी जाने वाली सबसे बड़ी लिली (जायंट हिमालयन लिली), दुनिया में पायी जाने वाली रोडोडैंड्रान की सबसे बडी प्रजाति (रोडोडैंड्रान अर्बोरियम) और दुनिया का सबसे बड़ा जहरीला सांप (किंग कोबरा), सबसे अधिक ऊंचाई पर पाया जाना वाला जहरीला सांप (हिमालयी पिट वाइपर), दुनिया की सबसे बड़ी मधुमक्खी (जायंट हिमालयी हनीबी), दुनिया का सबसे बड़ा पतंगा (एटलस मॉथ) शामिल है ।
इन 101 जैव विविधता आइकनों के अलावा, गैलरी में आठ सैक्शन भी हैं जिनमें से एक सैक्शन में बुनकर पक्षी और सरीसृप वर्ग में घोंसले बनाने वाली अकेली प्रजाति किंग कोबरा के घोंसले भी रखे गये हैं।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।