उत्तर प्रदेश: मुजफ्फरनगर स्कूल मामले में योगी सरकार का एक्शन, जांच पूरी होने तक स्कूल बंद करने का आदेश
By अंजली चौहान | Published: August 27, 2023 04:38 PM2023-08-27T16:38:06+5:302023-08-27T16:42:59+5:30
आरोपी शिक्षिका तृप्ता त्यागी, जो मुजफ्फरनगर के नेहा पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल भी हैं, को वीडियो में छात्रों से 7 वर्षीय मुस्लिम लड़के को थप्पड़ मारने के लिए कहते हुए देखा गया था।
मुजफ्फरनगर:उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में एक निजी स्कूल में टीजर द्वारा अन्य छात्रों से मुस्लिम छात्र को थप्पड़ मारने का मुद्दा थमता नजर नहीं आ रहा है। आरोपियों टीचर के खिलाफ कार्रवाई की मांग के साथ ही यूपी प्रशासन एक्शन के मोड में आ गई है।
शिक्षिका द्वारा संचालित प्राइवेट स्कूल को लेकर उत्तर प्रदेश के शिक्षा विभाग ने नोटिस जारी किया। इस नोटिस में स्कूल को जांच पूरी होने तक बंद करने का आदेश दिया गया है। ऐसे में अब स्कूल पर ताला जड़ दिया गया है।
शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि मामले में हो रही जांच जब तक पूरी नहीं हो जाती स्कूल बंद रहेगा। वहीं, स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई बर्बाद न हो इसके लिए उनका दाखिला पास के स्कूल में कराये जाने की व्यवस्था की गई है।
गौरतलब है कि इस हफ्ते की शुरुआत में सोशल मीडिया पर भारी मात्रा में मुजफ्फरनगर के निजी स्कूल का वीडियो वायरल हुआ था। इस वीडियो में महिला शिक्षिका तृप्ती त्यागी द्वारा एक मुस्लिम छात्र को पिटवाया जा रहा है।
महिला शिक्षिका पर आरोप लगा है कि वह मुस्लिम छात्र होने के नाते बच्चे को पिटवा रही थी और वह भी क्लास के अन्य बच्चों के हाथों। घटना का वीडियो सामने आने के बाद सोशल मीडिया से लेकर यूपी तक हड़कंप मच गया। मामले में राजनीति भी जमकर की जा रही है।
परिवार ने की न्याय की मांग
पीड़ित छात्र के पिता ने घटना के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान मामले में कार्रवाई की मांग की है। छात्र के पिता की मांग है कि उन्हें न्याय मिले और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई हो।
पिता का कहना है कि बेटे की स्कूल में के कारण उसकी शारीरिक और मानसिक स्थिति पर बुरा प्रभाव पड़ा है। वह पीटाई के कारण बुरी तरह से डर गया है। पिता का कहना है कि उन्हें बस न्याय चाहिए उनके बेटे के साथ जो हुआ वह गलत हुआ है।
तृप्ता त्यागी ने आरोपों से किया बचाव
शिक्षिका तृप्ता त्यागी जो मुजफ्फरनगर के नेहा पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल भी हैं। उन्होंने अपने खिलाफ आरोपों पर सफाई देते हुए कहा कि वीडियो फर्जी है और इसे एडिट किया गया है।
उन्होंने घटना में किसी भी सांप्रदायिक कोण से इनकार करते हुए, तृप्ता त्यागी ने कहा कि उन्होंने कुछ छात्रों से लड़के को थप्पड़ मारने के लिए कहा क्योंकि वह अपना होमवर्क नहीं कर रहा था।
टीचर का कहना है कि बच्चे के माता-पिता की ओर से उसके साथ सख्ती बरतने का दबाव था। मैं विकलांग हूं इसलिए मैंने कुछ छात्रों से उसे थप्पड़ मारने को कहा ताकि वह अपना होमवर्क करना शुरू कर दे।
बाल कल्याण समिति ने बच्चे की काउंसलिंग की
गौरतलब है कि बाल कल्याण समिति द्वारा बच्चे और उसके माता-पिता की काउंसलिंग की गई। वीडियो वायरल होने के बाद शनिवार को समिति के लोग पीड़ित बच्चे के घर पहुंचे जहां उन्होंने काउंसलिंग की।
बता दें कि इस वीडियो ने सोशल मीडिया पर भारी आक्रोश पैदा कर दिया है। सभी पार्टियों के राजनेताओं ने भी इस घटना की निंदा करते हुए इसे घृणा अपराध बताया।