कर्नाटक के बाद यूपी में माहौल बनाने में जुटेगी कांग्रेस, जातीय जनगणना और ओबीसी आरक्षण को लेकर अभियान चलाएगी

By राजेंद्र कुमार | Published: May 25, 2023 07:42 PM2023-05-25T19:42:10+5:302023-05-25T19:43:06+5:30

उत्तर प्रदेशः जातीय जनगणना और ओबीसी आरक्षण बढ़ाने के लिए जिलेवार आंदोलनों की रूपरेखा तय की जाएगी. पूर्व कैबिनेट मंत्री स्व.चंद्रजीत यादव की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में यह फैसला किया गया है.

uttar pradesh Congress will work atmosphere in UP after Karnataka will campaign caste census and OBC reservation | कर्नाटक के बाद यूपी में माहौल बनाने में जुटेगी कांग्रेस, जातीय जनगणना और ओबीसी आरक्षण को लेकर अभियान चलाएगी

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Highlightsसम्मेलन में मंडलवार नेताओं की जिम्मेदारी भी तय की जाएगी. ओबीसी का आरक्षण बढ़ाकर आबादी के अनुपात में सुनिश्चित किए जाने की मांग की गई है. समानुपातिक रूप से पिछड़ा, अति पिछड़ा व सर्वाधिक पिछड़ा वर्ग में विभाजन किया जाए.

लखनऊः कर्नाटक में मिली जीत के बाद अब कांग्रेस उत्तर प्रदेश में अपने पक्ष में माहौल बनाने में जुटेगी. इसके लिए पार्टी सूबे में जातीय जनगणना और ओबीसी आरक्षण को लेकर अभियान चलाएगी. गुरुवार को पार्टी मुख्यालय में सामाजिक न्याय के पुरोधा और पूर्व कैबिनेट मंत्री स्व.चंद्रजीत यादव की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में यह फैसला किया गया है.

 

इस कार्यक्रम में प्रदेश भर से पार्टी के पिछड़े नेता और पदाधिकारी शामिल हुए. इस कार्यक्रम में यह तय हुआ है कि प्रदेश भर में जल्दी ही मंडल सम्मेलन शुरू किए जाएंगे. इन सम्मेलनों में जिसमें जातीय जनगणना और ओबीसी आरक्षण बढ़ाने के लिए जिलेवार आंदोलनों की रूपरेखा तय की जाएगी.

सम्मेलन में मंडलवार नेताओं की जिम्मेदारी भी तय की जाएगी. जातीय जनगणना और आरक्षण बढ़ाने के लिए सड़क से सदन तक संघर्ष करने का खाका भी कार्यक्रम में नेताओं ने तय किया है. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अशोक सिंह के अनुसार, प्रदेश में पिछड़ी जाति के पार्टी पदाधिकारी और संगठनकर्ता पिछले चार महीने पिछड़ी जातियों की छोटी-छोटी बैठकें कर रहे थे.

मुजफ्फरनगर, मऊ, देवरिया, इलाहाबाद, कानपुर और लखनऊ में इस तरह की बैठकें पिछले महीने में हुई थी. इसी क्रम में गुरुवार को स्व. चंद्रजीत यादव की पुण्यतिथि पर जातीय जनगणना और ओबीसी आरक्षण को लेकर सम्मेलन हुआ. जिसमें चार प्रस्ताव पारित किए गए. 

ये प्रस्ताव हुए पारित: 

अशोक सिंह के अनुसार, पहले प्रस्ताव में कहा गया है कि सामाजिक न्याय की अवधारणा बिना जातीय जनगणना के पूरा नहीं हो सकती. लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए जातीय जनगणना जरूरी है. दूसरे प्रस्ताव में आरक्षण की 50 फीसदी की सीमा को तत्काल हटाया जाए की मांग की गई है ताकि पिछड़ी जातियों को उनकी आबादी के अनुपात में आरक्षण मिले.

तीसरे प्रस्ताव में ओबीसी का आरक्षण बढ़ाकर आबादी के अनुपात में सुनिश्चित किए जाने की मांग की गई है और चौथे प्रस्ताव में कहा गया है कि पिछडे़ वर्ग का उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति के आधार पर समानुपातिक रूप से पिछड़ा, अति पिछड़ा व सर्वाधिक पिछड़ा वर्ग में विभाजन किया जाए.

अशोक सिंह का कहना है कि आज जो फैसला हुआ है, उसके आधार पर अब प्रदेश भर में ‘जातीय जनगणना कराओ ओबीसी आरक्षण बढ़ाओ’के नाम से सम्मेलन आयोजित होंगे. हम लोग चाहते हैं कि जातीय जनगणना कराई जाए.

पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी जातीय जनगणना कराने का पक्षधर हैं और इस संबंध में आयोजित होने वाले सम्मेलन में राहुल गांधी तथा प्रियंका गांधी को भी आमंत्रित किया जाएगा. यूपी कांग्रेस अध्यक्ष बृजलाल खाबरी ने दावा किया है कि जल्दी ही मंडलों में आयोजित होने वाले सम्मेलनों की तारीख तय कर ली जाएगी. 

Web Title: uttar pradesh Congress will work atmosphere in UP after Karnataka will campaign caste census and OBC reservation

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