बसपा प्रमुख मायावती राह पर सीएम योगी?, 11 आईपीएस को बनाएंगे स्पेशल डीजी, ये अफसर बनेंगे स्पेशल डीजी?
By राजेंद्र कुमार | Updated: December 29, 2025 17:13 IST2025-12-29T17:12:30+5:302025-12-29T17:13:27+5:30
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 31 मार्च 2023 को एडीजी के पर पदों पर कार्यरत अपने छह भरोसेमंद आईपीएस प्रशांत कुमार और एमके बशाल आदि को स्पेशल डीजी बनाने का फैसला किया था.

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लखनऊः उत्तर प्रदेश की चार बार सीएम रही मायावती ने पहली बार अपनी पसंद के अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) स्तर के आईपीएस अफसरों को प्रमोट का स्पेशल डीजी बनाने का फैसला किया था. अपने शासनकाल के दौरान मायावती ने जून 2027 में विक्रम सिंह को उसके बाद 14 जनवरी 2011 में ब्रजलाल तथा शैलजाकांत सहित 1977 बैच के 10 आईएएस अफसरों को स्पेशल डीजी बनाया था.
इसके लिए नया पद सृजित किया गया था.मायावती के दिखाए इस रास्ते पर चलते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 31 मार्च 2023 को एडीजी के पर पदों पर कार्यरत अपने छह भरोसेमंद आईपीएस प्रशांत कुमार और एमके बशाल आदि को स्पेशल डीजी बनाने का फैसला किया था. इसी क्रम में अब 1994 और 1995 बैच के 11 आईपीएस अफसरों को स्पेशल डीजी बनाए जाने की तैयारी है.
जिन 11 आईपीएस अफसरों को स्पेशल डीजी बनाया जाना है, उनमें सीएम योगी के कई बेहद ही भरोसेमंद अधिकारी शामिल है. कहा जा रहा है कि नए साल में स्पेशल डीजी का पद सृजित कर इन 11 आईपीएस अफसरों को स्पेशल डीजी बनाए जाने का आदेश जारी हो जाएगा.
इसलिए लिया जा रहा फैसला
इस संबंध में रविवार को पुलिस मुख्यालय में आयोजित पुलिस मंथन कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कृष्णा स चर्चा भी हुई है. फिलहाल स्पेशल डीजी के पद पर एक साथ 11 अफसरों का प्रमोशन करने को लेकर यह तर्क दिया जा रहा है कि यह कदम उन अधिकारियों के प्रमोशन संकट को दूर करने के लिए उठाया जा सकता है जो डीजी रैंक के लिए पात्र हैं,
लेकिन पदों की कमी के कारण पदोन्नति नहीं पा रहे. वर्तमान में 1994 और 1995 बैच के 11 आईपीएस अधिकारी डीजी रैंक के लिए पात्र हैं, लेकिन पदों की कमी के कारण प्रमोशन नहीं हो पा रहा. यही नहीं एक जनवरी 2026 से 1996 बैच के सात अधिकारी भी 30 साल की सेवा होने के बाद डीजी के पद पर प्रमोशन के पात्र हो जाएंगे.
इस वजह से एक तरफ डीजी रैंक के अफसरों की संख्या में इजाफा होगा और दूसरी तरफ डीजी के पदों की संख्या बढ़ेगी नहीं. यानी यूपी में डीजी रैंक के लिए योग्य अधिकारियों की संख्या बढ़कर 18 हो जाएगी और दूसरी तरफ यूपी कैडर में डीजी स्तर के केवल 14 पद (7) कैडर और 7 एक्स-कैडर) उपलब्ध रहेंगे.
इस स्थिति निपटने के लिए डीजी मुख्यालय ने गृह विभाग को कई सुझाव दिए, जिसके चलते एक बार फिर राज्य में स्पेशल डीजी का पद सृजित कर एडीजी स्तर के अफसरों को प्रमोशन देने की चर्चा शुरू हुई. तो 1994 और 1995 बैच के अफसर भी प्रमोशन पाने के लिए अपनी पैरवी में जुट गए.
बताया जा रहा है, इस संबंध में रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीजीपी के प्रस्ताव को अपनी सहमति प्रदान कर दी है. चर्चा है कि नए साल में 11 आईपीएस अफसरों को स्पेशल डीजी बनाए जाने का आदेश जारी हो जाएगा.
ये अफसर बनेंगे स्पेशल डीजी
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, प्रदेश में डीजी के पद पर वैकेंसी के आधार पर अफसर एडीजी के पद से डीजी के पद पर प्रमोट होते हैं.आगामी अप्रैल तक डीजी के चार पद रिक्त होंगे. ऐसे में 1994 बैच के प्रकाश डी, एलवी एंटोनी, जय नारायण सिंह और 1995 बैच के आलोक सिंह डीजी बन जाएगे.
लेकिन 30 साल की नौकरी कर चुके 1995 और 1996 बैच के अफसरों के लिए डीजी रैंक में पहुंचना मुश्किल होगा और इस वजह से असंतुलन उत्पन्न होगा. इस स्थिति से निपटने के लिए स्पेशल डीजी पद पर 1995 तथा 1996 बैच के अफसरों को प्रमोशन दिया जाएगा. जिसके चलते विजय भाटिया, अशोक मुथा जैन, अमरेन्द्र सेंगर, अशोक कुमार, राजकुमार, अनुपम, सतीश गणेश, ज्योति नारायण, नवनीत सिकेरा, अमिताभ यश, आरके स्वर्णकार को स्पेशल डीजी बनाया जा सकता है.
नए साल में इस संबंध में आदेश जारी होगा, इसे पहले 1996 बैच को डीजी रैंक में प्रोन्नति दी जाएगी. ताकि स्पेशल डीजी बनाए गए अफसरों को लेकर कोई विवाद ना हो. यह भी कहा जा रहा कि राज्य में सबसे अधिक स्पेशल डीजी बनाने के मामले में सीएम योगी पूर्व मुख्यमंत्री मायावती को भी पीछे छोड़ देंगे.
मायावती ने अपने शासन में कुल 11 स्पेशल डीजी बनाए थे, जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ छह आईपीएस को स्पेशल डीजी बना चुके हैं और 11 आईपीएस अफसरों को नए साल में स्पेशल डीजी बनाए जाने का आदेश जारी कर देंगे.