लखनऊः उत्तर प्रदेश के कार्यवाहक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मिलकर उत्तर प्रदेश में सरकार बनाने का दावा पेश किया। इससे पहले योगी आदित्यनाथ को बृहस्पतिवार को एक बार फिर सर्वसम्मति से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नवनिर्वाचित विधायक दल का नेता चुन लिया गया।
वह लगातार दूसरी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। पर्यवेक्षक के तौर पर आए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की मौजूदगी में योगी को विधायक दल का नेता चुना गया। भाजपा विधायक दल के सबसे वरिष्ठ सदस्य सुरेश कुमार खन्ना ने योगी के नाम का प्रस्ताव रखा जिस पर सभी विधायकों ने रजामंदी दे दी।
उत्तर प्रदेश विधानसभा के हाल ही में संपन्न हुए चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा को 255 सीटें मिलीं, जबकि उसके सहयोगी अपना दल सोनेलाल को 12 तथा निषाद पार्टी को 6 सीटों पर जीत हासिल हुई। योगी मंत्रिमंडल का भव्य शपथ ग्रहण समारोह शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अनेक केंद्रीय मंत्रियों, भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेताओं तथा विभिन्न क्षेत्रों की प्रमुख हस्तियों की मौजूदगी में लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेई इकाना स्टेडियम में आयोजित होना है।
योगी ने अपने संबोधन में कहा, ‘‘आज पार्टी ने मुझे फिर से जिम्मेदारी दी है। मैं फिर से वचन देता हूं कि हम बिना डिगे, बिना थके, बिना रुके प्रधानमंत्री के विजन (दृष्टिकोण) के अनुरूप उत्तर प्रदेश की 25 करोड़ जनता को जनार्दन (भगवान) मानकर उनकी सेवा के लिए पूरी ईमानदारी और तत्परता के साथ समर्पित भाव से काम करेंगे।
हमारा पूरा विधायक दल इस अभियान का साक्षी बने और एक टीम के साथ तौर पर काम करता दिखे।" उन्होंने कहा, ‘‘हम शासन में आते हैं तो मालिक बनने की भूल कभी ना करें। हम सेवक बनकर काम करें। हमारी भूमिका व्यवस्था के संरक्षक के रूप में है। पार्टी की जो व्यवस्था होगी उसके तहत हम पूरी ईमानदारी और तत्परता के साथ अपने कर्तव्य का निर्वहन करेंगे।"
कार्यवाहक मुख्यमंत्री ने कहा, "उत्तर प्रदेश में प्रत्येक व्यक्ति तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाना बहुत बड़ा काम है। पहले कुशासन को सुशासन तक लाना था अब सुशासन को और सुदृढ़ कैसे बनाएं, हमारा जोर इसपर रहेगा। पार्टी ने लोक संकल्प पत्र चुनाव से पहले जारी किया है।
अन्नदाता किसानों, माताओं और बहनों और युवाओं समेत समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिए अभी बहुत कुछ हासिल करना बाकी है। जनता की जो अपेक्षाएं हैं उनकी पूर्ति करने के लिए हम सबको और अधिक तत्परता से काम करना होगा।’’