उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रामलीला देखने जाएंगे अयोध्या, उर्दू समेत 14 भाषाओं में होगा प्रदर्शन
By भाषा | Published: October 13, 2020 07:18 PM2020-10-13T19:18:42+5:302020-10-13T19:18:42+5:30
रामलीला देखने के लिए बड़ी संख्या में दर्शक उपस्थित नहीं होंगे लेकिन सोशल मीडिया मंचों और यूट्यूब पर इसका सीधा प्रसारण 17 से 25 अक्टूबर के बीच किया जाएगा।
अयोध्या: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस साल अयोध्या के लक्ष्मण किला में रामलीला देखेंगे। इसमें कई नामचीन सितारे दिखेंगे। इस रामलीला का प्रसारण देशभर में उर्दू समेत 14 भाषाओं में किया जाएगा। कोविड-19 के प्रतिबंधों के चलते इस वर्ष आम जनता को उपस्थित होकर रामलीला देखने की अनुमति नहीं दी जाएगी इसलिए मुख्यमंत्री समेत केवल कुछ लोग ही आयोजन में उपस्थित होंगे।
रामलीला देखने के लिए बड़ी संख्या में दर्शक उपस्थित नहीं होंगे लेकिन सोशल मीडिया मंचों और यूट्यूब पर इसका सीधा प्रसारण 17 से 25 अक्टूबर के बीच किया जाएगा। इस वर्ष अयोध्या में रामलीला का आयोजन करने की अनुमति दिल्ली रामलीला समिति को दी गई है।
समिति के निदेशक सुभाष मल्लिक ने कहा, “योगी जी ने हमारा आमंत्रण स्वीकार किया है और वह रामलीला के मंचन के किसी भी दिन देखने आ सकते हैं।” मल्लिक ने कहा कि उन्होंने रामलीला समिति के अध्यक्ष और भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से मुलाकात कर उन्हें आमंत्रण दिया था, जो उन्होंने स्वीकार किया।
मल्लिक ने आयोजन के पीछे वर्मा की अहम भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि योगी सरकार ने 14 भाषाओं में रामलीला के प्रसारण की मंजूरी दी है। मल्लिक ने कहा, “यह ऐतिहासिक मौका होगा जब रामलीला का प्रसारण उर्दू में किया जाएगा और इसमें रजा मुराद और शाहबाज खान जैसे मुस्लिम अभिनेता अभिनय करेंगे।”
मल्लिक ने कहा कि उत्तर पूर्वी दिल्ली से सांसद मनोज तिवारी अंगद की भूमिका निभाएंगे, गोरखपुर से सांसद रवि किशन भरत की भूमिका में होंगे और विंदु दारा सिंह हनुमान का चरित्र निभाएंगे। रजा मुराद अहिरावण की भूमिका में होंगे और शाहबाज खान रावण का किरदार निभाएंगे।
असरानी नारद मुनि बनेंगे और राकेश बेदी विभीषण का चरित्र निभाएंगे। रामलीला का आयोजन उत्तर प्रदेश सरकार के सांस्कृतिक और पर्यटन विभाग के सहयोग से किया जाएगा।