उत्तर प्रदेशः अमेठी में दलित प्रधान के पति को जिंदा जलाया, पुलिस ने पांच को नामजद किया, केंद्रीय मंत्री ईरानी ने डीएम को किया फोन, जानिए मामला
By भाषा | Published: October 31, 2020 03:54 PM2020-10-31T15:54:46+5:302020-10-31T15:54:46+5:30
परिजन इलाज के लिए उन्हें सीएचसी नौगिरवा ले गए, जहां से डॉक्टरों ने उन्हें सुल्तानपुर जिला अस्पताल रेफर कर दिया, सुल्तानपुर से उन्हें ट्रामा सेंटर लखनऊ के लिए रेफर किया गया. लखनऊ ले जाते समय रास्ते में उनकी मौत हो गई।
अमेठीः उत्तर प्रदेशअमेठी में बंदोइया गांव की दलित प्रधान छोटका देवी के पति को कल रात जिंदा जला दिया गया। अब तक पुलिस ने 5 लोगों पर नामजद हत्या का मुकदमा दर्ज किया है और 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मुंशीगंज कोतवाली क्षेत्र के बंदोइया गांव निवासी 40 वर्षीय अर्जुन रामचरण कोरी गुरु वार रात 10:30 बजे गांव के ही कृष्ण कुमार के मकान में बुरी तरह से झुलसे हुए मिले।
परिजन इलाज के लिए उन्हें सीएचसी नौगिरवा ले गए, जहां से डॉक्टरों ने उन्हें सुल्तानपुर जिला अस्पताल रेफर कर दिया, सुल्तानपुर से उन्हें ट्रामा सेंटर लखनऊ के लिए रेफर किया गया. लखनऊ ले जाते समय रास्ते में उनकी मौत हो गई।
जिलाधिकारी अरुण कुमार और एसपी दिनेश सिंह ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि कृष्ण कुमार, राजेश मिश्रा, आशुतोष, रविकुमार, संतोष कुमार तिवारी के खिलाफ पर नामजद हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, पुलिस मामले की जांच कर रही है।
इस बीच, केंद्रीय मंत्री व सांसद स्मृति ईरानी ने डीएम को फोन कर परिवार को आर्थिक मदद के लिए निर्देश दिया है, जिलाधिकारी ने कहा कि परिवार की मांग को देखते हुए पांच लाख रुपए की सरकारी सहायता राशि दी जा रही है।
पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह ने शुक्रवार को बताया, ‘‘कल रात 11.56 बजे घटना के संबंध में जानकारी मिली कि कृष्ण कुमार नामक व्यक्ति के अहाते में बंदोइया की प्रधान छोटका देवी के पति अर्जुन कोरी गंभीर हालत में पड़े हुए हैं। तत्काल पुलिस पहुंची और कोरी को अस्पताल भिजवाया।’’ उन्होंने बताया, ‘‘आज सुबह लखनऊ ले जाते समय उनकी मौत हो गई। परिजनों की तहरीर के आधार पर पांच लोगों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज कर जांच की जा रही है।’’
बाद में जिलाधिकारी अरुण कुमार और पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह ने संयुक्त रूप से मीडिया से कहा कि नामजद पांच आरोपियों में से तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि दो की तलाश में पुलिस टीम लगी है और उन्हें भी जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि परिवार की सरकारी सहायता की मांग को देखते हुए पांच लाख रुपये की सहायता राशि दी जा रही है और परिवार की आवश्यक मदद की जाएगी।
घटना के संदर्भ में कोरी के बेटे सुरेंद्र कुमार ने बताया कि उसके पिता बृहस्पतिवार की शाम छह बजे सब्जी खरीदने के लिए बाजार गये थे। जब वह घर नहीं लौटे तो उनकी तलाश शुरू की गई और वह कृष्ण कुमार तिवारी नामक व्यक्ति के अहाते में अधजले हुए गंभीर अवस्था में मिले।
सुरेंद्र ने बताया कि गंभीर हालत में कोरी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेटुआ ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें सुल्तानपुर भेज दिया। उन्होंने बताया कि इसके बाद वहां के डॉक्टरों ने उन्हें लखनऊ ले जाने के लिए कहा और रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। सुरेंद्र ने दावा किया कि मृत्यु से पहले उसके पिता ने चार लोगों के नाम लिये थे और कहा था उन्हें मारने-पीटने के बाद आग लगा दी गयी। उन्होंने रंजिश के चलते हत्या किए जाने का आरोप लगाया। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इस मामले में एफएसएल और सर्विलांस की टीम लगी हैं और निष्पक्ष जांच होगी।