Coronavirus Update: UPSC के चेयरमैन और कर्मचारियों ने पीएम केयर फंड में दी एक दिन की सैलरी
By भाषा | Published: April 15, 2020 08:26 PM2020-04-15T20:26:08+5:302020-04-15T20:26:08+5:30
कोरोना वायरस (Coronavirus) की वजह से देश में स्थिति बेहद गंभीर हो गई है। इस सस्थिति के बीच संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के चेयरमैन और कर्मचारियों ने 1 अप्रैल, 2020 से प्रभावी रूप से एक वर्ष की अवधि के लिए आयोग से प्राप्त मूल वेतन का 30% स्वेच्छा से देने का निर्णय लिया है।
नई दिल्ली: देश के नौकरशाहों, राजनयिकों तथा अन्य के चयन के लिए सिविल सेवा परीक्षा आयोजित करने वाले संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) के अध्यक्ष और सदस्यों ने कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई में सरकार की मदद करने के लिए एक साल तक अपने मूल वेतन का 30 प्रतिशत हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया है।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई है। संघ लोक सेवा आयोग ने वर्तमान हालात की समीक्षा के लिए बुधवार को आयोजित एक विशेष बैठक में कोरोना वायरस महामारी के कारण राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को हुए नुकसान पर विचार विमर्श किया गया।
कार्मिक मंत्रालय द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘राष्ट्रीय स्तर पर वित्तीय संसाधनों के संरक्षण की आवश्यकता को देखते हुए, यूपीएससी के अध्यक्ष और सदस्यों ने अप्रैल 2020 से एक वर्ष की अवधि के लिए आयोग से प्राप्त होने वाले मूल वेतन का 30 प्रतिशत स्वैच्छिक रूप से त्यागने का निर्णय लिया है।’’ वर्तमान में आयोग में एक अध्यक्ष और दस सदस्य हैं। विज्ञप्ति में कहा गया कि इसके अलावा, यूपीएससी के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने स्वेच्छा से अपने एक दिन का वेतन प्रधानमंत्री राहत कोष/प्रधानमंत्री नागरिक सहायता एव आपात स्थिति राहत कोष (पीएम केयर्स) में दिया है।
In addition, all officers & staff members of the UPSC have volunteered one-day salary to the PM’s Citizen Assistance and Relief in Emergency Situation Fund (PM CARES Fund): Union Public Service Commission. #COVID19https://t.co/1sMA2rVGAU
— ANI (@ANI) April 15, 2020
यूपीएससी ने कहा कि ऐहतियात और सामाजिक दूरी के मानकों सहित इन दिनों लागू लॉकडाउन के मद्देनजर यह तय किया गया है कि उन सभी साक्षात्कार ओर परीक्षाओं की तारीखों की समय समय पर समीक्षा की जाएगी जिनके लिए परीक्षार्थियों और परामर्शदाताओं को देश के विभिन्न हिस्सों से यात्रा करने की जरूरत होती है।
विज्ञप्ति के अनुसार, सिविल सर्विसेज-2020 (प्राथमिक), इंजीनियरिंग सर्विसेज (मुख्य) और जियोलॉजिस्ट सर्विसेज (मुख्य) परीक्षाओं के लिए तारीखों की घोषणा पहले ही की जा चुकी है। बयान में कहा गया है ‘‘इन परीक्षाओं की तारीख में स्थिति के मद्देनजर अगर कोई बदलाव होता है तो यूपीएससी की वेबसाइट पर इसकी सूचना दी जाएगी।’’