यूपी: निकाय चुनाव का दूसरा चरण भाजपा के लिए भारी, अयोध्या साहित सात मेयर सीट के लिए पड़ेंगे वोट
By राजेंद्र कुमार | Published: May 10, 2023 06:35 PM2023-05-10T18:35:34+5:302023-05-10T18:38:48+5:30
उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव के दूसरे चरण का मतदान 11 मई को होने जा रहा है। इस चरण में अयोध्या, कानपुर, मेरठ, गाजियाबाद, अलीगढ़, बरेली और शाहजहांपुर नगर निगम सहित 38 जिलों में मतदान होगा।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में निकाय चुनावों के दूसरा चरण का मतदान गुरुवार यानी कि 11 मई को होने जा रहा है। 13 मई को कर्नाटक विधानसभा से चुनावी नतीजों के साथ यूपी के निकाय चुनावों के भी नतीजे आ जाएंगे। इन नतीजों से यह पता चल जाएगा कि यूपी की सियासी जमीन पर कौन कितना मजबूत चल रहा है।
फिलहाल 11 मई को निकाय चुनाव के दूसरे चरण में अयोध्या, कानपुर, मेरठ, गाजियाबाद, अलीगढ़, बरेली और शाहजहांपुर नगर निगम सहित 38 जिलों में मतदान होगा और वर्ष 2017 के चुनावी रिकार्ड के अनुसार यह दूसरा चरण में भाजपा के लिए चुनौती भरा साबित हो सकता है क्योंकि इस चरण में भाजपा को विपक्ष से कड़ी चुनौती पहले भी मिली थी और इस बार भी मिल रही है।
बीते निकाय चुनावों में अलीगढ़ और मेरठ बसपा का प्रत्याशी जीता तहत अयोध्या और बरेली में जीत तो मिली थी लेकिन अंतर बड़ा नहीं था। कानपुर और गाजियाबाद में भाजपा की प्रचंड जीत हुई थी लेकिन इस बार चुनाव में भाजपा को कई जगह प्रत्याशी को लेकर अपनों का विरोध झेलना पड़ा है तो कई जिलों में जातीय समीकरणों के लिहाज से विपक्षी प्रत्याशी कड़ी टक्कर दे रहे हैं।
जिसके चलते मेयर की सातों सीटों पर भाजपा को सपा और बसपा से कड़ी टक्कर मिल रही है। यहीं जिस अयोध्या में सरकार भगवान राम का भव्य मंदिर बना रही है, वहां भी पार्टी नेताओं की उठापटक के चलते भाजपा राम के भरोसे ही जीत की कामना कर रही है। अयोध्या में भाजपा ने निवर्तमान महापौर ऋषिकेश उपाध्याय का टिकट काटकर तिवारी मंदिर के महंत गिरीश पति त्रिपाठी को प्रत्याशी बनाया है। पार्टी के इस फैसले से स्थानीय नेता नाराज है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद यहां चुनाव प्रचार करने आए। इसके बाद भी सपा के आशीष पांडेय यहां महंत गिरीशपति त्रिपाठी को कड़ी टक्कर दे रहे हैं। कानपुर में भाजपा की प्रमिला पांडेय का सपा की वंदना बाजपेयी से आमने सामने का मुक़ाबला हो रहा है और यहां भाजपा को चुनौतियों से जूझना पड़ रहा है।
मेरठ में भाजपा ने पूर्व महापौर हरिकांत अहलूवालिया को सपा की सीमा प्रधान में कांटे की टक्कर हो रही है। अलीगढ़ में भाजपा ने प्रत्याशी प्रशांत सिंघल को बसपा के सलमान शाहिद, सपा के जमीर उल्लाह खां और कांग्रेस के सीपी गौतम से चुनौती मिल रही है। बरेली में अगर मुस्लिम वो बटे तभी भाजपा उमेश गौतम तोमर दोबारा मेयर बन पाएंगे। यहां बसपा ने युसुफ खां को मैदान में उतारा है, जबकि सपा ने डॉ. संजीव सक्सेना को प्रत्याशी बनाया था लेकिन बाद में निर्दलीय प्रत्याशी डॉ. आईएस तोमर को समर्थन देने की घोषणा कर दी। ऐसे में अब यहां का चुनाव बेहद कांटे का हो गया है।
बरेली से सटे शाहजहांपुर नगर निगम में पहली बार महापौर पद के लिए चुनाव हो रहा है। भाजपा ने नामांकन के अंतिम दिन से एक दिन पहले सपा की महापौर प्रत्याशी अर्चना वर्मा को अपना प्रत्याशी बना दिया। इस पाला बदल के बाद सपा ने माला राठौर, बसपा ने शगुफ्ता अंजुम और कांग्रेस ने निकहत इकबाल को प्रत्याशी बनाया है। यहां सपा का भाजपा से कांटे का मुकाबला हो रहा है।
भाजपा का गढ़ माने जाने वाले गाजियाबाद में पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष सुनीता दयाल चुनाव लड़ रही हैं। उनका मुक़ाबला यहां सपा की प्रत्याशी पूनम यादव से हो रहा है। भाजपा नेता दूसरे चरण में मेयर की यह सातों सीटें जीतने के लिए पन्ना प्रमुखों को सक्रिय करने और बूथ समितियों पर ध्यान दे रहे हैं, ताकि अपने पक्ष में ज्यादा से ज्यादा वोट डलवा कर पार्टी के प्रत्याशियों को मिल रही चुनौती से निपटा जा सके।