यूपी: योगी सरकार में मंत्री बनने के लिए ओपी राजभर ने बनाया दबाव, बोले- "इंडिया गठबंधन के कई नेता संपर्क में हैं, आगे किसके साथ जाना है जल्द ही फैसला लेंगे"
By राजेंद्र कुमार | Published: November 14, 2023 06:36 PM2023-11-14T18:36:28+5:302023-11-14T18:40:08+5:30
सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर ने योगी सरकार पर दबाव बनाने के लिए ऐलान किया है कि विपक्षी इंडिया गठबंधन के कई नेता उनके संपर्क में हैं और उन्हे किसके साथ रहना है और किसके साथ नहीं रहना है, इस पर वो जल्द ही फैसला ले लेंगे।
लखनऊ:उत्तर प्रदेश की सियासत दशहरा और दीपावली बीतने के साथ गर्माने लगी है। जानकारी के मुताबिक सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर को योगी सरकार में जगह न मिलने से राजभर समाज में नाराजगी है। माना जा रहा है कि बीते जुलाई में समाजवादी पार्टी से नाता तोड़कर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन( एनडीए) में शामिल होने वाले ओपी राजभर योगी सरकार में मंत्री बनाए जाने का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन अब उन धैर्य टूटने लगा है।
यही कारण है कि ओपी राजभर ने भी दबाव की राजनीति का सहारा लेते हुए ऐलान किया है कि विपक्षी इंडिया गठबंधन के कई नेता उनके संपर्क में हैं और उन्हे किसके साथ रहना है और किसके साथ नहीं रहना है, इस पर वो जल्द ही फैसला ले लेंगे।
इसके साथ ही उन्होंने राजभर नेताओं के मौजूदा आचरण को लेकर भी टिप्पणी की। ओपी राजभर ने कहा कि सभी नेता दो मुंहे सांप होते हैं, कब कौन कहां पलट जाएगा इसका पता नहीं है और कोई भी पार्टी दूध की धुली नहीं है।
फिलहाल ओपी राजभर के इस ऐलान को लेकर यह कहा जा रहा हैं कि उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ पर दबाव बनाने के लिए ऐसा बयान दिया है। हालांकि कुछ लोगों का यह भी कहना है कि ओपी राजभर कभी भी पलटी भी मार सकते हैं लेकिन इसकी संभावना कम ही है क्योंकि जल्दी ही सीएम योगी उन्हे अपने मंत्रिमंडल में जगह देंगे।
वास्तव में ओपी राजभर को योगी सरकार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शीर्ष नेताओं फिर से योगी सरकार में मंत्री बनाए जाने का वादा बीते जुलाई में किया था। तभी से वह मंत्री बनाए जाने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। लेकिन सीएम योगी मंत्रिमंडल विस्तार की डेट ही तय नहीं कर रहे हैं।
वही दूसरी तरफ ओपी राजभर ने बीते सितंबर और अक्टूबर में यह ऐलान किया था जल्दी ही वह योगी सरकार में मंत्री बनेगी। इसके चलते उन्होने यह भी कहा था कि वह विजयदशमी में मंत्री बनेंगे। उसके बाद उन्होंने कहा कि दिवाली के पहले मंत्री बन जाएंगे और अब दशहरा के साथ दिवाली भी बीत गई लेकिन ओपी राजभर मंत्री नहीं बने।
बताया जा रहा है कि योगी आदित्यनाथ देश के सबसे व्यस्तम मुख्यमंत्रियों में शामिल हैं। देश सबसे बड़े राज्य को संभालने के साथ ही उन्हें पांच राज्यों में हो रहे चुनाव प्रचार में भी जाना पड़ रहा है। बीते दो माह से सीएम योगी के हर दिन किसी ना किसी महत्वपूर्ण फैसला लेने का दिन रहा है। सीएम सचिवालय के अफसरों के अनुसार बीते दो माह के दौरान त्योहार आदि में सूबे की कानून व्यवस्था को चाक चौबंद रखने के लिए तमाम समीक्षा बैठक सीएम ने की।
विधानसभा का शीतकालीन सत्र बुलाने और अयोध्या में कैबिनेट की बैठक करने के अलावा दीपोत्सव के भव्य आयोजन कराने में भी सीएम योगी व्यस्त रहे। अब रही बात सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार की तो यह फैसला सीएम योगी को ही करना है और यह बात भी साफ है कि वो किसी के दबाव में आकर तो मंत्रिमंडल विस्तार नहीं करेंगे।
ओपी राजभर को यही बात सीएम योगी समझाना चाह रहे हैं, ताकि ओपी राजभर मीडिया में बार-बार अपने मंत्री बनाने की तारीख का ऐलान ना करें लेकिन ओपी राजभर अपनी राजनीति के तहत बयान दे रहे हैं तो सीएम योगी आदित्यनाथ भी अपनी ताकत और राजनीति का अहसास ओपी राजभर को करा रहे हैं। इसके चलते ही ओपी राजभर को मंत्री बनने के लिए इंतजार करना पड़ रहा है और दबाव बनाने के लिए वह लगातार राजनीतिक बयानबाजी कर रहे हैं।