यूपी: मथुरा में तनाव पर बोले राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी- यह भाजपा की समस्या, वे अपनी राजनीति करें, हमसे कोई लेना-देना नहीं

By विशाल कुमार | Published: December 6, 2021 03:18 PM2021-12-06T15:18:23+5:302021-12-06T15:22:42+5:30

दक्षिणपंथी संगठन अखिल भारतीय हिंदू महासभा द्वारा 6 दिसंबर को मथुरा के शाही ईदगाह के अंदर श्रीकृष्ण की मूर्ति रखकर वहां पूजा करने की धमकी देने के बाद आज के दिन जिले में 3000 सुरक्षाबलों को लगाया है।

up mathura shri krishan janmabhoomi ram janmabhoomi head priest | यूपी: मथुरा में तनाव पर बोले राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी- यह भाजपा की समस्या, वे अपनी राजनीति करें, हमसे कोई लेना-देना नहीं

राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी महंत सत्येंद्र दास.

Highlightsहिंदुत्ववादी संगठनों ने मथुरा के शाही ईदगाह के अंदर श्रीकृष्ण की मूर्ति रखने की धमकी दी थी।मथुरा में आज के दिन 3000 सुरक्षाबलों को लगाया है।पुलिस द्वारा सख्त कार्रवाई की चेतावनी के बाद समूह ने अपनी योजना वापस ले ली है।

लखनऊ:उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी महंत सत्येंद्र दास ने कहा है कि बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी के दिन 6 दिसंबर को मथुरा में श्रीकृष्ण का मुद्दा उठाना दो महीनों में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव के तहत भाजपा की राजनीति का हिस्सा है।

बता दें कि, दक्षिणपंथी संगठन अखिल भारतीय हिंदू महासभा द्वारा 6 दिसंबर को मथुरा के शाही ईदगाह के अंदर श्रीकृष्ण की मूर्ति रखकर वहां पूजा करने की धमकी देने के बाद आज के दिन जिले में 3000 सुरक्षाबलों को लगाया है।

मस्जिद कृष्ण जन्मभूमि के बगल में है और स्थानीय अदालतों में याचिकाएं दाखिल कर इसे जन्मभूमि के हिस्से के रूप में बताया गया है। पुलिस द्वारा सख्त कार्रवाई की चेतावनी के बाद समूह ने अपनी योजना वापस ले ली है।

एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, मथुरा में जारी तनाव पर महंत सत्येंद्र दास ने कहा कि यह भाजपा के ऊपर है। हम सीमाएं राम लला तक हैं। हम मथुरा में नहीं जा रहे हैं। राम लला का भव्य मंदिर बन रहा है। अब इसके बाद वे चाहे काशी जाएं या मथुरा यह उनकी समस्या है. वे अपनी राजनीति कर सकते हैं।

उन्होंने कहा कि हम राजनीति नहीं कर रहे हैं। हमारा संबंध धर्म से हैं भव्य राम मंदिर बन रहा है। चाहे कोई काशी जाए या मथुरा, हम केवल राम लला तक रहेंगे।

मथुरा में विवाद की शुरुआत पिछले महीने (दीवाली के एक दिन बाद) तब शुरू हुई, जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में समारोह में भाग लेते हुए अन्य स्थानों पर 'कार सेवा' के बारे में बात की।

विपक्ष पर हमला करते हुए (मथुरा का नाम लिए बिना) उन्होंने घोषणा की कि राम मंदिर के बारे में बात करना एक अपराध था लेकिन लोकतंत्र की ताकत देखिए। इसी ताकत ने तुम पर गोलियां चलाने वालों को तुम्हारे आगे नतमस्तक किया है।

उन्होंने आगे कहा कि यदि आप इसी तरह से आगे बढ़ते रहे, तो वे और उनके परिवार अगले 'कार सेवा' के लिए कतारों में खड़े होंगे। जब ऐसा होगा तो रामभक्तों पर गोलियां नहीं बल्कि फूलों की वर्षा होगी।

एक महीने बाद (और बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी से कुछ दिन पहले), उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट किया कि अयोध्या काशी भव्य मंदिर निर्माण जारी है, मथुरा की तैयारी है।

इसके बाद पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा था कि विपक्ष ही मुस्लिम तुष्टीकरण की राजनीति करता है। मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर बन रहा है और वाराणसी में काशी गलियारा बन रहा है... और हर कोई कृष्ण जन्मभूमि पर भव्य मंदिर चाहता है। मैंने केवल यही भावना व्यक्त की है। मैं अखिलेश यादव से पूछना चाहता हूं, क्या वे मथुरा में मंदिर निर्माण का विरोध करते हैं या समर्थन करते हैं?

Web Title: up mathura shri krishan janmabhoomi ram janmabhoomi head priest

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