यूपी चुनाव: 'भाजपा ने उन्हें पहले ही घर भेज दिया, अब वापस आने की जरूरत नहीं', अखिलेश यादव ने CM योगी पर कसा तंज
By विशाल कुमार | Published: January 15, 2022 03:07 PM2022-01-15T15:07:20+5:302022-01-15T15:10:14+5:30
पार्टी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि कभी कहते थे कि अयोध्या से लड़ेंगे, मथुरा से लड़ेंगे, कभी प्रयागराज से लड़ेंगे.. मुझे अच्छा लगा कि पहले ही भाजपा ने उन्हें गोरखपुर भेज दिया. अब योगी वहीं रहें, वहां से आने की ज़रूरत नहीं है.
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मथुरा और अयोध्या से लड़ने की खबरों के बीच उन्हें उनके ही गढ़ गोरखपुर से विधानसभा चुनाव में उतारे जाने पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए कहा कि भाजपा ने उन्हें पहले ही घर भेज दिया है और उन्हें अब वहीं रहना चाहिए, वापस आने की जरूरत नहीं है.
पार्टी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि कभी कहते थे कि अयोध्या से लड़ेंगे, मथुरा से लड़ेंगे, कभी प्रयागराज से लड़ेंगे.. मुझे अच्छा लगा कि पहले ही भाजपा ने उन्हें गोरखपुर भेज दिया. अब योगी वहीं रहें, वहां से आने की ज़रूरत नहीं है.
अखिलेश ने कहा कि योगी भाजपा के सदस्य नहीं हैं, इसलिए उन्हें घर भेज दिया गया है. जो मुख्यमंत्री गोरखपुर में मेट्रो न चला पाएं हो, जो सीवर लाइन न बिछा पाए हों, जिसने बिजली महंगा कर दिया है, जनता उसे क्या उम्मीद करेगी. यादव ने कहा कि गोरखपुर में सभी सीटें समाजवादी पार्टी जीतेगी.
इसके साथ ही अखिलेश यादव ने यह भी साफ कर दिया कि वह अब भाजपा के किसी भी मंत्री और विधायक को अपनी पार्टी में शामिल नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि भाजपा चाहे जितने विधायकों के टिकट काटे, अब वह उन्हें पार्टी में नहीं लेंगे.
बता दें कि, भाजपा ने आज अपने 107 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की है जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर शहर, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य कौशांबी जिले की सिराथू विधानसभा और मथुरा से मंत्री श्रीकांत शर्मा को उतारा गया है.
वहीं, कोविड प्रोटोकॉल तोड़ने के आरोपों पर उन्होंने कहा कि मैं सबसे अपील करता हूं की सभी कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें. सभी चुनाव आयोग के दिशानिर्देशों का पालन करें. मैं सभी कार्यकर्ताओं को कह रहा हूं कि टिकट के लिए लखनऊ न आएं.
दरअसल, कल भाजपा छोड़कर आने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य सहित योगी सरकार के तीन मंत्रियों और भाजपा के कई विधायकों को अपनी पार्टी में शामिल करने के लिए सपा प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा बुलाई गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी भारी भीड़ पर नाराजगी जताते हुए चुनाव आयोग ने स्थानीय एसएचओ को निलंबित कर दिया है।
इसके साथ ही सपा के 2500 से अधिक कार्यकर्ताओं के खिलाफ महामारी अधिनियम का उल्लंघन करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है. आज एक नोटिस भी पार्टी कार्यालय में चस्पा कर दिया.