यूपी चुनाव: आरपीएन सिंह ने थामा भाजपा का दामन, कहा- पीएम मोदी के सपनों को पूरा करने के लिए काम करूंगा
By विशाल कुमार | Published: January 25, 2022 03:12 PM2022-01-25T15:12:37+5:302022-01-25T15:26:12+5:30
आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस से इस्तीफा देने के कुछ ही घंटों बाद वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह ने भाजपा के दिल्ली मुख्यालय में भाजपा का दामन थाम लिया।
नई दिल्ली: आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस से इस्तीफा देने के कुछ ही घंटों बाद वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह ने भाजपा के दिल्ली मुख्यालय में भाजपा का दामन थाम लिया।
भाजपा में शामिल होने के बाद पार्टी मुख्यालय पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिंह ने कहा कि मैंने 32 साल एक राजनीतिक दल (कांग्रेस) में बिताए। लेकिन वह पार्टी अब वैसी नहीं रही जैसी पहले थी। भारत के लिए पीएम मोदी के सपनों को पूरा करने की दिशा में मैं 'कार्यकर्ता' के रूप में काम करूंगा।
उन्होंने कहा कि अगर देश में राष्ट्र निर्माण करना है और देश को आगे बढ़ाना है तो मैं एक छोटे कार्यकर्ता की हैसियत से हमारा प्रधानमंत्री मोदी के सपनों को पूरा करने के लिए जो भी प्रयास होगा अवश्य करूंगा।
वहीं, पार्टी में उनका स्वागत करते हुए केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि आरपीएन सिंह जी का मैं भारतीय जनता पार्टी परिवार में स्वागत करता हूं। उनके साथ 2 अन्य साथी भी भाजपा में शामिल हुए हैं, मैं उनका भी पार्टी में स्वागत करता हूं।
कुछ देर पहले ही आरपीएन सिंह वह पत्र साझा किया था, जिसे उन्होंने सोनिया गांधी को इस्तीफे के लिए भेजा था। इस्तीफे की कॉपी की तस्वीर शेयर करते हुए आरपीएन सिंह ने लिखा, 'आज जब पूरा राष्ट्र गणतंत्र दिवस का उत्सव मना रहा है, मैं अपने राजनैतिक जीवन में नया अध्याय आरंभ कर रहा हूँ। जय हिंद।'
माना जा रहा है कि उन्हें बीजेपी यूपी चुनाव में कुशीनगर के पडरौना से बतौर उम्मीदवार उतार सकती है। ऐसे में वह स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ चुनाव लड़ सकते हैं।
मौर्य कुछ दिन पहले ही भाजपा छोड़ समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए थे। आरपीएन सिंह ओबीसी सैंथवार-कुर्मी से आते हैं और पूर्वांचल में इस जाति की अच्छी-खासी तादाद है। पूर्वांचल के हिस्सों में आरपीएन सिंह की पकड़ मजबूत मानी जाती है।
वहीं, सिंह के इस्तीफे के बाद मंगलवार को उन पर निशाना साधते हुए कांग्रेस ने कहा था कि वर्तमान में जो लड़ाई वो लड़ रही है, उसे लड़ने के लिए साहस होना चाहिए और यह काम ‘कायर’ नहीं कर सकते।