UP Election 2022: ओवैसी के 27 प्रत्याशियों में 4 हिंदू उम्मीदवार भी बुलंद कर रहे हैं AIMIM का झंडा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: January 25, 2022 04:01 PM2022-01-25T16:01:02+5:302022-01-25T16:15:47+5:30
ओवैसी ने यूपी विधानसभा चुनाव के लिए अब तक जिन 27 प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है, उनमें 4 हिंदू उम्मीदवार भी शामिल हैं।
मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अपना सियासी समीकरण साधने में लगे हैदराबाद के सांसद और एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी इस बार बिहार विधानसभा चुनाव से इतर नए किस्म का दाव आजमा रहे हैं। ओवैसी ने यूपी विधानसभा चुनाव के लिए अब तक जिन 27 प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है, उनमें 4 हिंदू उम्मीदवार भी शामिल हैं।
अपनी कट्टर मुस्लिम छवि के लिए जाने जाने वाले असदुद्दीन ओवैसी के द्वारा यूपी चुनाव में हिंदू प्रत्याशियों को उतारा जाना इस बात का स्पष्ट संकेत है कि भगवा ध्रुवीकरण से लड़ने के लिए ओवैसी ने यह कदम उठाया है।
पार्टी का ऐलान, अभी और हिंदूओं को देंगे टिकट
वहीं इस मामले में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने कहा, ''आने वाले दिनों में हम और भी हिंदू भाइयों को टिकट देंगे। हमारी पार्टी मजहब के आधार पर चुनाव में टिकट नहीं देती है और न ही हम केवल मुसलमानों को टिकट नहीं देते हैं।"
पार्टी की ओर से चुनावी मैदान में उतर रहे हिंदू प्रत्याशियों के बारे में जानकारी देते हुए प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने बताया कि मनमोहन झा गाजियाबाद के साहिबाबाद सीट से हमारे पार्टी की ओर से चुनावी मैदान में हैं। वहीं भीम सिंह बालयान बुढाना सीट से, विनोद जाटव मेरठ के हस्तिनापुर सीट से और विकास श्रीवास्तव बाराबंकी के रामनगर से पार्टी की ओर से चुनाव लड़ रहे हैं।
पार्टी का कहना है कि यह कहीं से भी सच नहीं है कि हम केवल मुस्लिम पार्टी हैं। हमारी पार्टी में बड़ी संख्या में हिंदू कार्यकर्ता भी शामिल हैं और हम फिरकापरस्त ताकतों के खिलाफ पूरी तरह से एकजुट होकर इस चुनाव को लड़ रहे हैं। पार्टी को उम्मीद है कि यूपी की जनता उनका साथ देगी और इस चुनाव में पार्टी की ओर से खड़े प्रत्याशियों को वोट देगी।
सांसद संजीव बालियान ने कहा, यह एआईएमआईएम का अधिकार है
ओवैसी की पार्टी के द्वारा हिंदूओं को टिकट बांटने के मसले पर भाजपा के सांसद संजीव बालियान कहते हैं कि यह एआईएमआईएम पर है कि वे अपनी पार्टी से किसे टिकट देना चाहते हैं या नहीं, जहां तक भाजपा का सवाल है तो पार्टी उस कैंडिडेट को टिकट देती है जो चुनाव जीतने की क्षमता रखता है। पार्टी मुसलमानों को भी टिकट दे सकती है लेकिन ऐसा तब होगा जब पार्टी को लगे कि वह जीत दर्ज करेगा।
ओवैसी की पार्टी की ओर से टिकट बंटवारे पर अपनी राय रखते हुए पूर्व पार्षद फैसल सैफी ने कहा, 'यह खुशी की बात है कि एआईएमआईएम हिंदूओं को टिकट दे रही है। इससे पता चलता है कि हमारी पार्टी धर्मनिरपेक्ष छवि की है। भविष्य में पार्टी को इसका राजनैतिक लाभ भी मिलेगा। विशेष तौर पर असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व में यूपी में एक नया मोर्चा बनने की उम्मीद है, जिसमें मुसलमानों, ओबीसी और दलितों के समर्थन करने वाले दलों को शामिल किया गया है।
मालूम हो कि इस विधानसभा चुनाव में एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी का खासा ध्यान उत्तर प्रदेश के पश्चिमी बेल्ट में है। यही कारण है कि पश्चिमी यूपी के इलाके में ओवैसी ज्यादा से ज्यादा जनसभाएं कर रहे हैं और अल्पसंख्यक तबके से वोट की अपील कर रहे हैं।
उम्मीद की जा रही है कि ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम यूपी चुनाव में मुस्लिम और दलित बाहुल्य करीब 80 सीटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर सकती है।