उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में नेताओं के बयानों की सरगर्मी धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है। योगी सरकार के मंत्री ब्रजेश पाठक ने समाजवादी पार्टी पर तीखा हमला करते हुए पार्टी को अपराधियों का अखाड़ा बता दिया।
वैसे अर देखें तो यूपी की सियासत में भाजपा के सामने मुकाबले में सीधे समाजवादी पार्टी ही खड़ी है। यही कारण है कि भाजपा नेता और मंत्री अपने बयानों में सीधे-सीधे समाजवादी पार्टी को ही कटघरे में खड़ा कर रहे हैं।
अब अगर मंत्री ब्रजेश पाठक के बयान की बात करें तो उन्होंने सपा को घेरते हुए कहा है, 'समाजवादी पार्टी की जो सूची आई है उसमें आतंकवाद के समर्थक लोग, माफिया, डाकू और हत्या करने वाले लोग शामिल हैं और वो (सपा मुखिया अखिलेश यादव) पूरी तरह से देश को अराजगकता की आग में झोंकना चाहते हैं। जब परिणाम आएगा तब इसका खामियाज़ा पार्टी को जरूर भुगतना पड़ेगा।'
2022 के विधानसभा चुनाव में स्पष्ट तौर पर अखिलेश यादव और सपा की नीतियां भाजपा के हमले के केंद्र में हैं। बीते दिनों सूबे की राजधानी लखनऊ में अखिलेश यादव के छोटे भाई की पत्नी अपर्णा यादव के साथ डोर-टू-डोर कैंपेन करते समय केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी पर जबरदस्त हमला बोला था।
अनुराग ठाकुर ने कहा था कि यह वही सपा है, जिससे जनता खफा है और 10 मार्च के बाद अखिलेश जी कहेंगे ईवीएम बेवफा हैं। केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा था कि अखिलेश जी रोजाना प्रेस कांफ्रेस करते हैं लेकिन अब तक सपा गठबंधन की पहली सूची के बाद दूसरी सूची नहीं आ पाई है क्योंकि पहली सूची में जेल वाले थे या बेल वाले थे।
वहीं कानपुर के पुलिस कमिश्नर असीम अरुण के भाजपा में शामिल होने के वक्त भी अनुराग ठाकुर ने अखिलेश यादव को आड़े हाथों लेते हुए कहा था कि भाजपा में दंगा रोकने वाले शामिल होते हैं और सपा में दंगा करवाने जाते हैं।
इसके अलावा अखिलेश यादव के मुफ्त 300 यूनिट बिजली देने के वादे पर अनुराग ठाकुर ने कहा था कि जब सत्ता में थे तब तो जनता को बिजली नहीं दे पाए थे और आज फ्री बिजली देने की बात कर रहे हैं।