UP Election 2022: बीजेपी से गच्चा खाने के बाद जेडीयू ने जारी की 20 प्रत्याशियों की लिस्ट
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: January 25, 2022 08:50 PM2022-01-25T20:50:52+5:302022-01-25T20:59:57+5:30
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए जेडीयू ने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है। जेडीयू की ओर से जारी लिस्ट में कुल 20 प्रत्याशियों के नाम हैं।
लखनऊ:बिहार में गठबंधन की सरकार चला रही भारतीय जनता पार्टी और जनता दल यूनाइटेड उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में आमने-सामने हैं। यूपी के चुनावी महासमर में जब नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू से भाजपा ने साफ किनारा कर लिया तब अंत में थकहार कर जेडीयू ने अकेले ही चुनावी शंखनाद फूंक दिया है।
ताजा जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए जेडीयू ने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है। जेडीयू की ओर से जारी लिस्ट में कुल 20 प्रत्याशियों के नाम हैं, जो नीतीश कुमार के झंडे तले अपनी किस्मत आजमाने यूपी के सियासी मैदान में उतरेंगे।
जेडीयू के उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष अनूप सिंह पटेल ने इन प्रत्याशियों का नामों का ऐलान किया है। जेडीयू की इस लिस्ट में पूर्वी यूपी यानी की ज्यादातर कैंडिडेट पूर्वांचल के क्षेत्र से चुनावी दावेदारी पेश कर रहे हैं।
दरअसल पूर्वांचल के कई जिलों से बिहार की सीमाएं मिलती हैं और दोनों ओर की बोली और खानपान में भी लगभग समानता देखी जाती है। यही कारण है कि नीतीश कुमार की पार्टी के ज्यादातर प्रत्याशी पूर्वांचल के हिंदी बेल्ट से ताल्लूक रखते हैं।
वैसे जीत-हार का फैसला मतदाता ही तय करेंगे लेकिन जेडीयू के ये कैंडिडेट पूर्वांचल में बीजेपी की राह का रोड़ा जरूर बन सकते हैं। पार्टी की ओर से जारी हुई में वाराणसी, अयोध्या, मिर्जापुर, सोनभद्र, उन्नाव, प्रयागराज, बलिया, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, जौनपुर, मिर्जापुर, ललितपुर, देवरिया, कानपुर देहात, प्रतापगढ़, अमेठी, रामपुर और लखनऊ के विधानसभा क्षेत्रों को शामिल किया गया है।
मालूम हो कि बीते 24 जनवरी को दिल्ली में जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन ने उत्तर प्रदेश में भाजपा के साथ गठबंधन न होने के कारण हताशा जाहिर की थी।
ललन सिंह ने दोनों दलों के बीच बातचीत असफल होने का ठीकरा भी अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय इस्पात मंत्री आरसीपी सिंह पर फोड़ा था। ललन सिंह ने कहा था कि आरसीपी सिंह ने पार्टी को निराश किया है। इसके साथ ही ललन सिंह ने आरसीपी सिंह से इस मामले में आधिकारिक तौर पर जानकारी भी मांगी थी।