UP Election 2022: बीजेपी ने नोएडा से पंकज सिंह, दादरी से तेजपाल नागर और जेवर से धीरेंद्र सिंह को उतारा, 10 फरवरी को मतदान
By भाषा | Published: January 15, 2022 08:00 PM2022-01-15T20:00:37+5:302022-01-15T20:03:13+5:30
UP Election 2022: भाजपा ने जहां पहली सूची में 60 फीसदी पिछड़े और दलितों को टिकट दिया है तो वहीं सामान्य सीट पर भी दलित उम्मीदवार उतारने का एक नया प्रयोग किया है।
UP Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार को जारी अपनी पहली सूची में एक राज्य मंत्री समेत 20 मौजूदा विधायकों के टिकट काट दिए हैं जिनमें चार महिला विधायक भी शामिल हैं।
पार्टी ने पहली सूची में दस महिला उम्मीदवारों को मौका दिया है और एक नया प्रयोग करते हुए सामान्य सीट पर दलित बिरादरी के उम्मीदवार को भी उतारा है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार को घोषणा की कि वह आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में नोएडा, दादरी और जेवर से एक बार फिर अपने तीन मौजूदा विधायकों को उम्मीदवार बनाएगी।
पार्टी ने नोएडा से पंकज सिंह, दादरी से तेजपाल सिंह नागर और जेवर से धीरेंद्र सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है। यह घोषणा दिल्ली में भाजपा द्वारा एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान की गई। पार्टी ने उत्तर प्रदेश में 2017 के विधानसभा चुनाव में 403 सीटों में से 303 पर जीत हासिल की थी।
नोएडा में 6,90,231 मतदाता हैं, जबकि दादरी में 5,86,889 मतदाता और जेवर में 3,46,425 मतदाता हैं। इन तीन विधानसभा सीटों के लिए चुनाव 10 फरवरी को होना है। नतीजे 10 मार्च को घोषित किए जाएंगे। पार्टी ने 105 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की।
पहली सूची में भाजपा ने चार महिला विधायकों विमला सोलंकी, उषा सिरोही, संगीता चौहान और अनीता राजपूत के टिकट काटे हैं तो वहीं दस महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। भाजपा ने जिन महिलाओं को टिकट दिये है उनमें कैराना से मृगांका सिंह, चरथावल से सपना कश्यप, मोदीनगर से डा. मंजू सिवाच, खुर्जा से मीनाक्षी सिंह, आगरा ग्रामीण से बेबी रानी मौर्य, बाह से रानी पक्षालिका, बिजनौर से शुचि मौसम चौधरी, चंदौसी से गुलाबो देवी, मिलक से राजबाला और चांदपुर से कमलेश सैनी उम्मीदवार हैं।
इनमें चार महिलाएं अनुसूचित जाति वर्ग से आती हैं जबकि एक उम्मीदवार अगड़ी जाति की और बाकी पिछड़ी जाति से आती हैं। पार्टी ने सहारनपुर सामान्य सीट से अनुसूचित जाति के जगपाल सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है। सहारनपुर दलित आबादी बहुल इलाका है। भाजपा ने जिन विधायकों के टिकट काटे हैं उनमें आगरा के फतेहपुर सीकरी के विधायक और योगी सरकार के राज्यमंत्री चौधरी उदयभान सिंह, बरेली से कई बार के विधायक राजेश अग्रवाल, मेरठ कैंट से चार बार के विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल, गोरखपुर से चार बार के विधायक डा. राधा मोहन दास अग्रवाल, सिकंदराबाद से दो बार की विधायक विमला सोलंकी, अलीगढ़ के बरौली से विधायक एवं पूर्व मंत्री दलवीर सिंह के नाम प्रमुख हैं।
इनके अलावा उप चुनाव में अमरोहा के नौगांवा सादात से जीतीं पूर्व मंत्री एवं क्रिकेटर दिवंगत चेतन चौहान की पत्नी संगीता चौहान तथा बुलंदशहर से भाजपा विधायक दल के मुख्य सचेतक रह चुके दिवंगत वीरेंद्र सिरोही की पत्नी उषा सिरोही का भी पार्टी ने टिकट काट दिया है। इसके अलावा गढ़मुक्तेश्वर में विधायक कमल मलिक, सिवालखास में जितेंद्र पाल सिंह, डिबाई में अनीता राजपूत, बिथरी चैनपुर में राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल और मथुरा के गोवर्धन में कारिंदा सिंह जैसे विधायकों का भी टिकट काट दिया गया है।
भाजपा के प्रदेश चुनाव प्रभारी और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पहली सूची जारी करते हुए पत्रकारों को दिल्ली में बताया, ''आज हमने 105 प्रत्याशियों की घोषणा की है। उसमें वर्तमान विधायक 83 थे। हमने उनमें से 63 को फिर से टिकट दिया है। हमने 20 सीटों पर उन मित्रों को अन्य कामों में नियोजित करना तय किया है।’’
उत्तर प्रदेश सरकार के जिन मंत्रियों को पहली सूची में चुनाव मैदान में उतरने का फिर मौका मिला है, उनमें सुरेश खन्ना को शाहजहांपुर, लक्ष्मी नारायण चौधरी को मथुरा की छाता, सुरेश राणा को शामली में थाना भवन, श्रीकांत शर्मा-मथुरा, कपिलदेव अग्रवाल को मुजफ्फरनगर, अतुल गर्ग-गाजियाबाद, अनिल शर्मा को बुलंदशहर में शिकारपुर, दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पौत्र संदीप सिंह को अलीगढ़ की अतरौली, जीएस धर्मेश को आगरा कैंट, गुलाबो देवी को संभल में चंदौसी, बलदेव सिंह औलख को रामपुर में बिलासपुर और महेश गुप्ता को बदायूं से मौका दिया गया है।