UP Election 2022: AAP प्रत्याशी ने नामांकन रद्द होने पर किया आत्मदाह का प्रयास
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 24, 2022 07:20 PM2022-01-24T19:20:20+5:302022-01-24T19:25:43+5:30
मुजफ्फरनगर की 6 विधानसभा सीटों में मीरापुर विधानसभा क्षेत्र भी आता है, जहां से अरविंद केजरीवाल ने जोगिंदर सिंह को टिकट दिया था।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में चल रही नेताओं की जुबानी जंग के बाद अब आश्चर्यजनक और दुखद खबरों के भी आने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। इसी क्रम में अन्ना आंदोलन से निकले राजनीतिक दल आम आदमी पार्टी के मुजफ्फनगर के प्रत्याशी जोगिंदर सिंह ने नामांकन रद्द होने पर आत्महत्या करने का प्रयास किया है।
आप प्रत्याशी ने शरीर पर पेट्रोल डालकर खुद को जलाने का प्रयास किया। हालांकि जिला निर्वाचन कार्यालय में मौजूद पुलिसकर्मियों ने जोगिंदर सिंह को बचा लिया।
यूपी चुनाव के पहले चरण में मुजफ्फरनगर की 6 विधानसभा सीटों पर नामांकन पत्र भरा गया। इन्हीं 6 सीटों में मीरापुर विधानसभा क्षेत्र भी आता है, जहां से अरविंद केजरीवाल ने जोगिंदर सिंह को टिकट दिया था।
सोमवार सुबह जोगिंदर सिंह ढोल-नगाड़े के साथ अपने समर्थकों को लेकर जिला निर्वाचन कार्यालय पहुंचे नामांकन भरने के लिए। वहां पर नामांकन पर्चा भरने के बाद जोगिंदर सिंह इंतजार करने लगे कि चुनाव अधिकीरी उनके पर्चे को क्लीयर कर दें तो वह क्षेत्र में जाकर प्रचार शुरू करें। तभी चुनाव अधिकारियों ने बताया कि जोगिंदर सिंह का नामांकन निरस्त हो गया है।
इसके बाद उत्तेजित होकर जोगिंदर सिंह आत्मदाह की धमकी देने लगे। वहां मौजूद मीडियाकर्मियों से उन्होंने बताया कि वो आर्मी के सूबेदार मेजर रहे हैं और रिटायर होने के बाद मीरापुर की जनता की सेवा के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। लेकिन उन्हें चुनाव लड़ने से रोका जा रहा है और वो इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे।
वहीं जिला निर्वाचन कार्यालय का कहना था कि जोगिंदर सिंह ने अपने नामांकन पत्र में निराश्रित का कॉलम खाली छोड़ दिया था। जिसके कारण उनका नामांकन पत्र निरस्त हुआ है।
जोगिंदर सिंह ने सीधे भाजपा शासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन दबाव में कार्य कर रहा है और यहां चुनाव नहीं बल्कि तानाशाही चल रही है।
उनका आरोप है कि जब उन्हें नामांकन रद्द होने की सूचना मिली तो वह फौरन रिटर्निंग ऑफिसर के पास पहुंचे लेकिन नामांकन रद्द करने वाले अधिकारी ने उनकी कोई भी बात सुनने से इनकार कर दिया।
इस बात से जोगिंदर सिंह इतने आहत हुए कि बाहर आकर उन्होंने खुद पर पेट्रोल डाल लिया और आत्महत्या का प्रयास करने लगे। लेकिन मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने जोगिंदर सिंह को पकड़ लिया। मामले की जानकारी जैसे ही एडीएम को मिली वो मौके पर पहुंचे और उन्होंने किसी तरह से जोगिंदर सिंह को समझा कर शांत कराया।