UP Eelection 2022: कांग्रेस ने 125 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की, अमेठी और रायबरेली पर सस्पेंस, क्या प्रियंका गांधी लड़ सकती हैं चुनाव
By शीलेष शर्मा | Published: January 13, 2022 08:10 PM2022-01-13T20:10:42+5:302022-01-13T20:11:51+5:30
UP Eelection 2022: कांग्रेस विधायक दल की नेता अराधना मिश्रा ‘मोना’, पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद की पत्नी लुईस खुर्शीद के साथ ही सदफ़ जाफर और विभिन्न क्षेत्रों में संघर्षरत कई अन्य महिलाएं शामिल हैं।
UP Eelection 2022: कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अपने 125 उम्मीदवारों की पहली सूची बृहस्पतिवार को जारी की। इसमें उन्नाव सामूहिक बलात्कार मामले की पीड़िता की मां समेत 50 महिला उम्मीदवार भी शामिल हैं।
कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश चुनाव की पहली सूची तो ज़ारी कर दी, लेकिन प्रियंका खुद चुनाव मैदान में उतरेंगी या नहीं इस पर सस्पेंस बना कर रखा है। यही कारण है कि अमेठी और रायबरेली से किसी उम्मीदवार का नाम घोषित नहीं किया गया है। हालांकि इस क्षेत्र से जुड़े दूसरे विधान सभा क्षेत्रों के लिये उम्मीदवार घोषित कर दिये गये हैं।
सूत्रों के अनुसार प्रियंका जमीनी हालात को भांपने की कोशिश कर रहीं हैं कि चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन कैसा रहेगा। इसका आंकलन करने के लिये सर्वेक्षण हो रहे हैं अगर उनके परिणाम कांग्रेस के पक्ष में आते दिखते हैं तब प्रियंका अमेठी अथवा रायबरेली से किस्मत आज़मा सकती हैं।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को उम्मीदवार बनाकर प्रियंका ने महत्वपूर्ण पदों पर बैठे नेताओं को संदेश देने की कोशिश की है। प्रियंका की सूची पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘उन्नाव में जिनकी बेटी के साथ भाजपा ने अन्याय किया, अब वे न्याय का चेहरा बनेंगी- लड़ेंगी, जीतेंगी!’’
टिकट मिलने के बाद आशा सिंह ने पार्टी और प्रियंका गांधी का आभार प्रकट किया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘मेरे संघर्ष में और मेरी लड़ाई में मेरा साथ देने के लिये कांग्रेस पार्टी की आभारी हूं।मुझे उन्नाव सदर से कांग्रेस प्रत्याशी घोषित करने के लिये कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी जी का धन्यवाद।’’
ख़ास बात ये है कि इन उम्मीदवारों की सूची में वो लोग भी शामिल हैं, जिन्हें भाजपा सरकार के हाथों अन्याय मिला है। जैसे उन्नाव पीड़िता की माँ, एक महिला जिन्होंने आशा बहनों पर भाजपा सरकार के होने वाले शोषण के ख़िलाफ आवाज़ उठायी, निषाद समाज पर किये भाजपा सरकार के अत्याचारों के ख़िलाफ जिस महिला ने सालों तक संघर्ष किया है उन्हें भी टिकट दिया गया है।
एक महिला हैं, जिन्होंने भाजपा के देश की एकता को तोड़ने वाले सीएए बिल के ख़िलाफ कड़ा संघर्ष किया। यूपी के पंचायत चुनाव में भाजपा के गुंडों ने जिस महिला पर अत्याचार किया था, वो भी इस इंसाफ के अभियान से जुड़ी हैं। ऐसी ही कईं महिलाएँ हैं, जिन्हें कांग्रेस ने अपने बदलाव के अभियान में टिकट दिया है। शोषण के खिलाफ लड़ेंगे भी, जीतेंगे भी और जनता के लिए इंसाफ़ की आवाज़ बनेंगे।
कांग्रेस विधायक दल की नेता और वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी की पुत्री अराधना मिश्रा अपनी मौजूदा सीट रामपुर खास (प्रतापगढ़) से ही चुनाव लड़ रही हैं। लुईस को फर्रूखाबाद से, पंखुड़ी पाठक को नोएडा से , अल्पना निषाद को इलाहाबाद-दक्षिण से, पूनम पांडे को शाहजहांपुर से और सदफ जाफर को लखनऊ-मध्य से उम्मीदवार बनाया गया है।
इसके साथ ही, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू कुशीनगर की तमकुहीराज विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे जहां से वर्तमान में वह विधायक भी हैं। अलीगढ़ के कोल से विवेक बंसल, इलाहाबाद-उत्तर से अनुग्रह नारायण सिंह, मथुरा से प्रदीप माथुर, वाराणसी के पिंडरा से अजय राय और बाराबंकी की जैदपुर सीट से तनुज पूनिया चुनाव लड़ेंगे।
दिल्ली के निकट के उत्तर प्रदेश के कुछ विधानसभा क्षेत्रों के लिए भी कांग्रेस ने कुछ उम्मीदवार घोषित किए हैं। नोएडा से पांखुड़ी पाठक के अलावा गौतब बुद्ध नगर की जेवर विधानसभा सीट से मनोज चौधरी और दादरी से दीपक चोटीवाला तथा गाजियाबाद से सुशांत गोयल एवं मुरादनगर से बृजेंद्र यादव को टिकट दिया गया है।