कोविड-19 रोगियों में आत्महत्या की प्रवृत्ति दूर करने के लिए परिजनों से कराई जा रही है मुलाकात
By भाषा | Published: September 6, 2020 03:42 PM2020-09-06T15:42:51+5:302020-09-06T15:44:50+5:30
नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के डीन ने कहा कि हमारे इस कदम से अब तक 10 से अधिक मरीज कोरोना वायरस दिशा निर्देश का पालन करते हुए अपने परिजनों से आमने-सामने बैठकर बात कर चुके हैं।
भोपाल: कोरोना वायरस रोगियों में अवसाद और आत्महत्या की प्रवृत्ति को दूर करने के लिए मध्य प्रदेश के सरकारी नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में पारदर्शी कांच बीच में लगाकर उनके परिजनों से मुलाकात कराई जा रही है।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के डीन डॉ पी के कसार ने रविवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘हम कोरोना वायरस मरीजों को एक सितंबर से अपने परिवार के सदस्यों से मिलने की अनुमति दे रहे हैं, ताकि इलाज के दौरान उनमें जो अवसाद आ रहा है उसे दूर किया जा सके या कम से कम किया जा सके।’’
कसार ने कहा कि हम ऐसे अवसाद ग्रस्त रोगियों का उनके परिजनों से पारदर्शी कांच लगा कर मुलाकात करवा रहे हैं । इस पारदर्शी कांच में छेद किया रहता है, ताकि वे एक-दूसरे की आवाज भी सुन सकें। उन्होंने कहा कि हमारे इस कदम से अब तक 10 से अधिक मरीज कोरोना वायरस दिशा निर्देश का पालन करते हुए अपने परिजनों से आमने-सामने बैठकर बात कर चुके हैं।
इस बातचीत के नतीजों पर भी हम अध्ययन कर रहे हैं। अस्पताल में पिछले महीने कोरोना वायरस के दो मरीजों द्वारा आत्महत्या करने के असफल प्रयास के बाद यह कदम उठाया गया है । भाषा सं रावत रंजन रंजन