उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में 6 और 7 जून को आंधी-तूफान और आकाशीय बिजली गिरने से 26 लोगों की मौत हो गई है। इसके अलावा 57 लोगों के घायल होने की सूचना थी। वहीं, 16 घर ऐसे हैं, जो बारिश और तूफान की वजह से टूट गए हैं।
पहले खबर आई थी कि आंधी-तूफान और बारिश की वजह से 19 लोगों की मौत हो गयी है और 48 अन्य घायल हो गये। लेकिन न्यूज एजेंसी एएनआई ने ताजा आकड़े जारी करते हुए सूचना दी है कि 26 लोगों की मौत हो गई है और 57 लोग घायल हुए हैं।
प्रदेश के राहत आयुक्त कार्यालय ने शुक्रवार को बताया कि मैनपुरी में सबसे अधिक छह मौतें हुईं । एटा और कासगंज में तीन-तीन लोगों के मरने की खबर है। मुरादाबाद में आकाशीय बिजली गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गयी ।
बदायूं, पीलीभीत, मथुरा, कन्नौज, संभल और गाजियाबाद से भी एक-एक व्यक्ति की मौत की खबर है । राज्य के अलग-अलग हिस्सों में गुरुवार देर शाम आंधी-तूफान आया । जगह-जगह पेड़ टूटकर गिर गये । अनेक मकानों की दीवारें ढह गयीं । कार्यालय ने बताया कि सबसे अधिक 41 लोग मैनपुरी में घायल हुए । इस बीच, राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आंधी-तूफान से प्रभावित एटा, कासगंज, मैनपुरी, बदायूं, मुरादाबाद, फर्रुखाबाद जनपदों के प्रभारी मंत्रियों को निर्देश दिया है कि वे सम्बन्धित जनपदों का दौरा कर राहत कार्य का जायजा लें।
उन्होंने संबंधित जनपदों के जिलाधिकारियों को स्वयं क्षेत्रों का दौरा कर राहत वितरित करने के निर्देश भी दिये । प्रवक्ता ने बताया कि जनपद एटा के प्रभारी मंत्री अतुल गर्ग, जनपद कासगंज के सुरेश पासी, जनपद मैनपुरी के गिरीश यादव, जनपद बदायूं के स्वामी प्रसाद मौर्य, जनपद मुरादाबाद के महेन्द्र सिंह तथा जनपद फर्रुखाबाद के प्रभारी मंत्री चेतन चौहान हैं । आंधी-तूफान आने की वजह से जगह-जगह बिजली गुल हो गयी ।
उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री की ओर से मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की आर्थिक मदद का ऐलान किया गया है । बसपा प्रमुख मायावती ने मांग की कि राज्य सरकार पीड़ितों को पर्याप्त राहत एवं मुआवजा दे। (पीटीआई इनपुट के साथ)