'राजस्थान के विश्वविद्यालय अब हर साल एक गांव को गोद लेकर बनाएंगे स्मार्ट विलेज'
By रामदीप मिश्रा | Published: June 28, 2019 09:37 AM2019-06-28T09:37:36+5:302019-06-28T09:37:36+5:30
गांवों में शहरों जैसी आधारभूत सुविधाओं और शिक्षा के प्रसार के लिए यह अभिनव योजना राज्य में कल्याण सिंह ने लागू की थी। इसके अन्तर्गत प्रत्येक विश्वविद्यालय चुने हुए गांवों को गोद लेकर विकास करता है। राज्यपाल प्रतिमाह इस गांव के विकास की योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हैं।
राजस्थान का हर विश्वविद्यालय अब प्रति वर्ष एक गांव स्मार्ट विलेज योजना में गोद लेंगे। यह घोषणा प्रदेश के राज्यपाल कल्याण सिंह ने की। दरअसल, राज्यपाल ने गुरुवार को भरतपुर में ग्रामीणों से संवाद किया और उनकी घोषणा के बाद हलैना और बरसो गांव को महाराजा सूरजमल बृज विश्व विद्यालय ने स्मार्ट विलेज योजना में गोद लिया है। बरसो को ढाई वर्ष पहले और हलैना को जुलाई 2018 में गोद लिया गया था।
गांवों में शहरों जैसी आधारभूत सुविधाओं और शिक्षा के प्रसार के लिए यह अभिनव योजना राज्य में कल्याण सिंह ने लागू की थी। इसके अन्तर्गत प्रत्येक विश्वविद्यालय चुने हुए गांवों को गोद लेकर विकास करता है। राज्यपाल प्रतिमाह इस गांव के विकास की योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हैं।
हलैना के ग्रामीणों से संवाद में राज्यपाल कल्याण सिंह ने पेयजल समस्या के समाधान के लिए ट्यूबवैल लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने ग्रामीणों से हाथ उठवाकर हर बेटी को शिक्षित करने का संकल्प दिलाया। बरसो में राजकीय विद्यालय को क्रमोन्नत करने और चम्बल पेयजल परियोजना का पानी नल के द्वारा घर-घर पहुंचाने के निर्देश दिए। हैण्डपम्प लगाने के भी निर्देश दिए।
विश्वविद्यालय द्वारा गोद लेने के बाद हलैना और बरसो में करोडों रुपये लागत के विकास कार्य हुए हैं। राज्यपाल कल्याण सिंह ने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि प्रदेश के लोग बहुत मेहनती और अच्छे हैं। यहां मुझे बहुत स्नेह मिला है। राज्यपाल के रूप में उच्च शिक्षा के ढांचे के सुधार के लिये मैंने पूरा प्रयास किया और पूर्ण सफल रहा। इन सुधारों का अध्ययन करने दूसरे राज्यों के कुलपति और शिक्षाविद् राजस्थान आए और इन नवाचारों और सुधारों को अपने राज्यों में लागू किया।