श्रद्धा मर्डर केस: "लिव-इन रिलेशनशिप के लिए पढ़ी-लिखी लड़कियां जिम्मेदार...माता-पिता नहीं माने तो कर लें कोर्ट मैरिज"- केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर
By आजाद खान | Published: November 18, 2022 10:55 AM2022-11-18T10:55:36+5:302022-11-18T11:25:46+5:30
यही नहीं मंत्री ने ‘लिव-इन रिलेशनशिप’ में रहने वाली लड़कियों को सलाह भी देते हुए दिखाई दिए है। उन्होंने कहा है कि अगर लड़कियों की शादी के लिए उनके मां-बाप तैयार नहीं होते है तो ऐसे में उन्हें कोर्ट मैरिज कर लेना चाहिए।
नई दिल्ली: श्रद्धा वालकर की हत्या को लेकर केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर के बयान ने विवाद खड़ा कर दिया है। मंत्री ने युवती की हत्या पर बोलते हुए कहा है कि ‘लिव-इन-रिलेशनशिप’ (शादी के बिना साथ रहने) सही नहीं है और इससे “अपराध बढ़ रहे हैं”।
यही नहीं केन्द्रीय मंत्री ने कहा है कि देश में ‘लिव-इन-रिलेशनशिप’ के लिए पढ़ी-लिखी लड़कियां ही जिम्मेदार है। ऐसे में मंत्री के इस बयान को लेकर विपक्ष ने भारी हंगामा किया है जिसे लेकर शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने मंत्री से माफी की मांग की है।
क्या है पूरा विवाद
एक टीवी चैनल को बयान देते हुए केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने गुरुवार को कहा है देश में ‘लिव-इन-रिलेशनशिप’ के कारण अपराध हो रहे है और इसके लिए पढ़ी-लिखी लड़कियां जिम्मेदार है। इसके पीछे उन्होंने तर्क देते हुए कहा कि ‘लिव-इन-रिलेशनशिप’ के कारण ही लड़कियां अपने माता-पिता को छोड़ देते है। उनके मुताबिक, अगर लड़कियों के मां-बाप शादी के लिए नहीं मानते है तो उन्हें ‘लिव-इन-रिलेशनशिप’ में रहने के बजाय कोर्ट में शादी कर लेना चाहिए।
इस पर आगे बोलते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, “लड़कियां जिम्मेदार होती हैं, क्योंकि वे अपने माता-पिता को छोड़ देती हैं, जिन्होंने उन्हें वर्षों तक पाला-पोसा। लिव-इन रिलेशनशिप में क्यों रह रहे हो। अगर उन्हें ऐसा करना ही है तो लिव-इन रिलेशनशिप के लिए उचित रजिस्ट्रेशन होना चाहिए। यदि माता-पिता ऐसे संबंधों के लिए सार्वजनिक रूप से तैयार नहीं होते हैं, तो आपको कोर्ट मैरिज करनी चाहिए और फिर साथ रहना चाहिए।”
‘लिव-इन-रिलेशनशिप’ के अपराध के लिए पढ़ी-लिखी लड़कियां जिम्मेदार- केन्द्रीय मंत्री
यही नहीं केन्द्रीय मंत्री ने ‘लिव-इन-रिलेशनशिप’ के कारण बढ़ते अपराध और इसका शिकार हो रही लड़कियों को इसका जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा है कि पढ़ी-लिखी लड़कियां ही इस तरीके के अपराध का शिकार हो रही है।
मामले में मंत्री जी ने कहा, “ऐसी घटनाएं उन सभी लड़कियों के साथ हो रही हैं जो पढ़ी-लिखी हैं और सोचती हैं कि वे बहुत स्पष्टवादी हैं और अपने भविष्य के बारे में निर्णय लेने की क्षमता रखती हैं। ऐसी लड़कियां इसमें फंस जाती हैं। लड़कियों को ध्यान रखना चाहिए कि वे ऐसा क्यों कर रही हैं। इसके लिए पढ़ी-लिखी लड़कियां जिम्मेदार होती हैं क्योंकि मां-बाप दोनों ऐसे रिश्ते को नहीं मानते।
केन्द्रीय मंत्री ने आगे कहा, "पढ़ी-लिखी लड़कियों को ऐसे रिश्ते नहीं बनाने चाहिए। यह लिव-इन रिलेशनशिप क्या है, यह अपराध को जन्म दे रहा है। यह गलत बात है और लोग इसके परिणाम भुगत रहे हैं।"
प्रियंका चतुर्वेदी ने केंद्रीय मंत्री के इस्तीफे की मांग की है
मंत्री के इस बयान पर बोलते हुए शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने केन्द्रीय मंत्री के इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने कहा है, “अगर प्रधानमंत्री कार्यालय वास्तव में महिला शक्ति के बारे में जो कहता, उसका कुछ मतलब है तो उन्हें इस केंद्रीय मंत्री को तुरंत बर्खास्त करना चाहिए। हम महिलाएं इस पुरुषवादी समाज की इस बकवास को बहुत झेल चुकी हैं।’’
उन्होंने आगे कहा है, “हैरान हूं कि उन्होंने यह नहीं कहा कि इस देश में पैदा होने के लिए भी लड़कियां खुद जिम्मेदार हैं। महिलाओं को हर समस्या के लिए जिम्मेदार ठहराने की मानसिकता लगातार फल-फूल रही है।”