लालू यादव की बेटी रोहिणी के ज्ञान पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे ने उठाया सवाल
By एस पी सिन्हा | Published: August 20, 2022 03:36 PM2022-08-20T15:36:09+5:302022-08-20T15:36:09+5:30
रोहिणी ने अर्जित के लिए दंगाई पुत्र जैसे शब्द तक कह दिये। इस आरोप पर मंत्री अश्विनी चौबे के पुत्र सह भाजपा नेता अर्जित चौबे ने पलटवार किया।
पटना: बिहार में सियासी उलटफेर के बाद अब भाजपा और राजद दोनों एक-दूसरे पर अधिक हमलावर है। भाजपा ने लालू परिवार के शासन तरीके पर हमला करना शुरू कर दिया है। वहीं अब राजद व लालू यादव की बेटी ने भाजपा नेता केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के उन तस्वीरों से हमला बोला है, जिसमें मंत्री के साथ उनके पुत्र भी दिख रहे हैं।
इस आरोप पर अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित चौबे ने पलटवार किया है। चौबे ने रोहिणी आचार्य के ज्ञान पर सवाल उठा दिया है। दरअसल, तेज प्रताप यादव के साथ विभागीय बैठक में उनके बहनोई शैलेश के शामिल होने का मामला गर्माया तो राजद के आधिकारिक प्रवक्ता चितरंजन गगन ने केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे की तस्वीरों को साझा किया, जिसमें उनके बेटे अर्जित चौबे एक कार्यक्रम में साथ हैं।
लालू यादव की बेटी रोहिणी ने भी भाजपा नेता पर निशाना साधा और अश्विनी चौबे पर हमला बोला। रोहिणी ने सोशल मीडिया पर तस्वीरों को शेयर कर लिखा कि - ''अरे ये तो वही संस्कारी पिता चौबे का तलवार भांज बेटा है..। मंत्री पिता का बेटा मीटिंग में संस्कारी तलवार बांटने आया होगा..।''
रोहिणी ने अर्जित के लिए दंगाई पुत्र जैसे शब्द तक कह दिये। इस आरोप पर मंत्री अश्विनी चौबे के पुत्र सह भाजपा नेता अर्जित चौबे ने पलटवार किया। उन्होंने कहा है कि जिस प्रकार से तथ्यहीन बातों को बताकर बिहार वासियों के आंखों में धूल झोंकने का कार्य कर रहा है, उसका घोर प्रतिकार करता हूं।
साथ ही सिंगापुर में एयर कंडीशनर में बैठकर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी जी एवं वन मंत्री तेजप्रताप जी की बहन रोहिणी आचार्या जी ने अपने अनर्गल पोस्ट के माध्यम से अपने अज्ञान का परिचय दे रही हैं, जिन्हें यह समझ में ही नहीं आता हो कि निजी व सरकारी कार्यक्रम में क्या अंतर होता है।
बिहार की जनता के सामने लगातार राजद के कार्यगुजारिओं की पोल खुल रही है। इससे इनके नेता बौखला गए हैं। विदेश में रहकर ट्वीट करने से कोई ज्ञानी नहीं हो जाता है। वैसे इनके काम करने के अंदाज से यह बिहारवासियों को समझ आ गया है की।
अब सरकार का रिमोट इनके देश और विदेश में रहने वाले जीजाओं के हाथ में है। जिस प्रकार की कानून व्यवस्था पिछले एक सप्ताह से दिख रहा है ऐसा प्रतीत होता है की बिहार जंगलराज -2 की ओर अग्रसर है।