केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा- वैक्सीन बनाने वाला सबसे बड़ा देश है भारत, 100 से अधिक देशों में भेजी वैक्सीन
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 22, 2022 11:05 PM2022-04-22T23:05:51+5:302022-04-22T23:05:57+5:30
मनसुख मंडाविया ने कहा, आज भारत वैक्सीन बनाने वाला सबसे बड़ा देश है। हमने 100 से अधिक देशों को 17 करोड़ से अधिक वैक्सीन खुराक का निर्यात किया है।
नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने शुक्रवार को कहा है कि भारत वैक्सीन बनाने वाले वाला दुनिया का सबसे बड़ा देश बन गया है। उन्होंने कहा कि भारत ने 100 से अधिक देशों में अपनी वैक्सीन को निर्यात किया है। मनसुख मंडाविया ने कहा, आज भारत वैक्सीन बनाने वाला सबसे बड़ा देश है। हमने 100 से अधिक देशों को 17 करोड़ से अधिक वैक्सीन खुराक का निर्यात किया है। भारत में भी टीकाकरण अभियान आगे बढ़ रहा है।
देश के स्वास्थ्य मंत्री फार्मास्युटिकल एंड मेडिकल डिवाइसेज कान्फ्रेंस 2022 के 7वें संस्करण से पहले प्रेस कांफ्रेंस कर रहे थे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अगले 25 वर्षों के लिए फार्मा और चिकित्सा उपकरणों को लेकर रोडमैप तैयार करने के लिए उद्योगों और शिक्षाविदों के साथ जुड़ेगी। उन्होंने कहा, भारत जल्द अनुसंधान और नवाचार के साथ चिकित्सा उपकरणों के निर्माण में बढ़त हासिल करेगा।
Today, India is the largest vaccine manufacturing country. We've exported more than 17 crores of vaccine doses to over 100 countries. Vaccination drive is also moving forward in India: Union Health Minister Dr Mansukh Mandaviya pic.twitter.com/R4QB9G8L0m
— ANI (@ANI) April 22, 2022
आपको बता दें कि फार्मास्युटिकल एंड मेडिकल डिवाइसेज कान्फ्रेंस का 7वां संस्करण 25 अप्रैल से 27 अप्रैल के दौरान डा. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा। इसमें रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री भगवंत खुबा और सचिव एस अपर्णा भी मौजूद होंगे। इस साल इसकी थीम 'इंडिया फार्मा विजन 2047: भविष्य का एजेंडा' पर आधारित है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हर साल यह बैठक फार्मा और चिकित्सा उपकरण क्षेत्रों में प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा करने के लिए बुलाई जाती है। तीन दिवसीय यह सम्मेलन भारत को गुणवत्तापूर्ण दवाओं के निर्माण के क्षेत्र में वैश्विक नेता बनाने को लेकर नए अवसर और विचार उपलब्ध कराएगी। इससे देश में दवाओं और चिकित्सा उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने की दिशा में मदद मिलेगी।