ट्रक आपरेटरों की हड़ताल चौथे दिन भी रही जारी, अब होगा आंदोलन तेज
By भाषा | Published: July 24, 2018 04:30 AM2018-07-24T04:30:17+5:302018-07-24T04:30:17+5:30
ट्रक आपरेटरों की मांग है कि डीजल को जीएसटी के तहत लाकर केंद्र और राज्य सरकार के करों में कटौती की जाए। एआईएमटीसी की कोर समिति के चेयरमैन बाल मलकीत सिंह ने कहा, ‘‘राष्ट्रव्यापी चक्का जाम का सोमवार चौथा दिन है। सरकार के असंवेदनशील रुख की वजह से हमने अपना आंदोलन और तेज कर दिया है।’’
नई दिल्ली, 24 जुलाईः ट्रक आपरेटरों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल सोमवार को चौथे दिन भी जारी रही। हड़ताल का आह्वान आल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (एआईएमटीसी) ने किया है। अभी तक हड़ताल को लेकर मिलाजुला रुख देखने को मिला है। एआईएमटीसी का दावा है कि उसे 93 लाख ट्रक मालिकों का समर्थन है। यह राष्ट्रव्यापी हड़ताल 20 जुलाई से शुरू हुई है।
ट्रक आपरेटरों की मांग है कि डीजल को जीएसटी के तहत लाकर केंद्र और राज्य सरकार के करों में कटौती की जाए। एआईएमटीसी की कोर समिति के चेयरमैन बाल मलकीत सिंह ने कहा, ‘‘राष्ट्रव्यापी चक्का जाम का सोमवार चौथा दिन है। सरकार के असंवेदनशील रुख की वजह से हमने अपना आंदोलन और तेज कर दिया है।’’
सिंह ने कहा कि आज की तारीख तक सरकार की ओर से सुलह सफाई वार्ता के जरिये मुद्दों को सुलझाने की कोई पहल नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में हमारा आंदोलन और तेज होगा। आवश्यक वस्तुओं को हड़ताल से बाहर रखा गया है।
उन्होंने कहा कि एआईएमटीसी ने सरकार से उनकी मांगों के समाधान के लिये हस्तक्षेप की मांग की है। दि इंडियन फाउंडेशन आफ ट्रासंपोट रिसर्च एण्ड ट्रेनिंग ने हालांकि कहा है कि ट्रक हड़ताल कुछ ही इलाकों तक सीमित है।