त्रिपुरा के भाजपा विधायक ने सिर मुंडवाकर पार्टी छोड़ने का किया ऐलान, पहले ममता बनर्जी को बता चुके हैं पीएम उम्मीदवार
By विनीत कुमार | Published: October 6, 2021 08:35 AM2021-10-06T08:35:24+5:302021-10-06T08:35:24+5:30
त्रिपुरा के सूरमा विधानसभा सीट से विधायक आशीष दास ने भाजपा छोड़ने का ऐलान किया है। उन्होंने मंगलवार को कोलकाता में अपना सिर मुंडवाकर इसका ऐलान किया।
कोलकाता: लंबे समय तक भाजपा से जुड़े रहे और त्रिपुरा के सूरमा विधानसभा सीट से विधायक आशीष दास मंगलवार को पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया। इससे पहले उन्होंने अपना सिर मुंडवाया और इसे राज्य में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के द्वारा किए जा रहे 'पाप' के लिए पाश्चाताप बताया। साथ ही उन्होंने कोलकाता के प्रसिद्ध कालीघाट मंदिर में यज्ञ भी किया।
ममता बनर्जी की तारीफ
आशीष दास ने भाजपा पर त्रिपुरा में अराजकता' को बढ़ावा देने का आरोप लगाया और कहा कि लोग राज्य सरकार के प्रदर्शन से खुश नहीं हैं, इसलिए उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला किया है।
दास पूर्व में भी ममता बनर्जी की प्रशंसा करते रहे है। उन्होंने ममता बनर्जी को प्रधानमंत्री पद के लिए उम्मीदवार भी बताया है। साथ ही पिछले दो वर्षों से वे त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब के एक आलोचक के तौर पर सामने आते रहे हैं।
ऐसी अटकलें हैं कि दास जल्द ही तृणमूल कांग्रेस में शामिल होंगे। त्रिपुरा में 2023 की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं।
आशीष दास ने मंगलवार को कहा, 'आज मैंने भाजपा सरकार के कुशासन के विरोध में तपस्या के रूप में अपना सिर मुंडवा लिया है। मैंने पार्टी छोड़ने का फैसला किया है और मेरा अगला कदम समय तय करेगा। भाजपा के नेतृत्व वाले शासन में त्रिपुरा में जिस तरह अराजकता और कुशासन रहा है, उसने मुझे मजबूर किया है। इसलिए मैं पिछले दो वर्षों से इन सभी गलत कामों का आलोचक रहा हूं और पार्टी और राजनीति से परे लोगों के लिए काम कर रहा हूं।'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना
कोलकाता में मीडिया से बात करते हुए दास ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी 'सरकारी संपत्तियों को निजी हाथों को बेचने' के लिए आलोचना की।
उन्होंने कहा, 'एक समय था जब मोदी की बातों ने देश भर के सभी वर्गों के लोगों के मन को छुआ था। मोदी ने कभी 'न खाऊंगा, न खाने दूंगा' कहा था लेकिन अब यह देश में बस एक लोकप्रिय जुमला बन गया है।'
इससे पहले दास ने भवानीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव जीतने पर ममता बनर्जी की बहुत प्रशंसा भी की थी। उन्होंने कहा था कि बहुत से लोग और संगठन ममता बनर्जी को प्रधानमंत्री के रूप में चाहते हैं।