त्रिपुरा निकाय चुनाव: आठ शहरी निकायों में भाजपा का क्लीन स्विप, बाकी छह में आगे, अगरतला में टीएमसी दूसरे स्थान पर
By विशाल कुमार | Published: November 28, 2021 01:58 PM2021-11-28T13:58:50+5:302021-11-28T14:02:39+5:30
बीते 25 नवंबर को राज्य में 20 नगर निकायों में से 14 में चुनाव हुए थे. राज्य में कुल 324 नगर निकाय सीटों में से भाजपा ने 112 सीटें बिना चुनाव के ही जीत ली थीं. वहीं, बाकी की 22 सीटों पर 81.54 फीसदी का मतदान हुआ.
अगरतला:त्रिपुरा निकाय चुनाव में केवल चार घंटे के मतदान के बाद सत्ताधारी भाजपा ने आठ नगर निकायों में सभी सीटों पर भारी जीत हासिल की है।
बीते 25 नवंबर को राज्य में 20 नगर निकायों में से 14 में चुनाव हुए थे. राज्य में कुल 324 नगर निकाय सीटों में से भाजपा ने 112 सीटें बिना चुनाव के ही जीत ली थीं। वहीं, बाकी की 22 सीटों पर 81.54 फीसदी का मतदान हुआ।
राज्य निर्वाचन आयोग से हासिल ताजा जानकारी के अनुसार, आठ शहरी नगर निकायों में सभी सीटों पर जीत हासिल करने के साथ ही भाजपा बाकी के छह नगर निकायों में भी आगे चल रही है।
अभी तक के रूझानों से पता चलता है कि त्रिपुरा में आक्रामक तरीके से चुनाव लड़ रही तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) अगरतला नगर निगम (एएमसी) के सभी वार्ड्स में दूसरे स्थान पर है।
दोपहर 12 बजे तक की रिपोर्ट्स के अनुसार, भाजपा को एएमसी इलाकों में 58,821 वोट मिले हैं, जबकि टीएमसी को 22,295 वोट मिले हैं. माकपा 15,960 मतों के साथ तीसरे स्थान पर रही। तीन अन्य वाम दलों - सीपीआई, फॉरवर्ड ब्लॉक और आरएसपी - ने सीपीआई (एम) के साथ गठबंधन में कुल मिलाकर 2,650 वोट प्राप्त किए।
हालांकि, आठ शहरी स्थानीय निकायों में माकपा भाजपा से पीछे दूसरे स्थान पर चल रही थी। अगरतला के अलावा दो शहरी निकायों में टीएमसी ने दूसरा स्थान हासिल किया। ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पार्टी तीन शहरी निकायों में तीसरे स्थान पर थी। कांग्रेस छह नगर निकायों में तीसरे स्थान पर पीछे चल रही थी।
एएमसी की 38 सीटों, धर्मनगर नगर परिषद की 14 सीटों और बेलोनिया नगर पालिका की दो सीटों के नतीजे अभी घोषित नहीं हुए थे।
माकपा के पानीसागर, कैलाशहर और अंबासा नगर निगम में माकपा ने तीन सीटें और अंबाना नगर निगम में टीएमसी और एक निर्दलीय उम्मीदवार ने एक-एक सीटें हासिल कीं।
कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए मतगणना केंद्रों पर केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल, त्रिपुरा पुलिस और त्रिपुरा राज्य राइफल्स (टीएसआर) के जवानों के साथ त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। ताजा रिपोर्ट आने तक किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है।
मतदान के दिन सुप्रीम कोर्ट ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को किसी भी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की अतिरिक्त दो कंपनियांजितनी जल्दी हो सके उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि राज्य में स्थानीय निकाय चुनावों के लिए मतदान स्वतंत्र और निष्पक्ष रहे।