बीजेपी 30 साल तक सत्ता में रहेगी अगर पूर्वोत्तर के 80% घरों में लग जाए स्वामी विवेकानंद की तस्वीर: बिप्लब देब
By सतीश कुमार सिंह | Published: October 9, 2020 06:02 PM2020-10-09T18:02:55+5:302020-10-09T18:02:55+5:30
सीएम ने भाजपा महिला मोर्चा को संबोधित करते हुए कहा कि 80 प्रतिशत घरों में स्वामी विवेकानंद और उनके संदेश लगा दिए जाएं तो भाजपा पूर्वोत्तर के 8 राज्यों में 30 साल तक शासन करेगी।
अगरतलाः त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब बयान देकर सुर्खियों में रहते हैं। सीएम ने भाजपा महिला मोर्चा को संबोधित करते हुए कहा कि 80 प्रतिशत घरों में स्वामी विवेकानंद और उनके संदेश लगा दिए जाएं तो भाजपा पूर्वोत्तर के 8 राज्यों में 30 साल तक शासन करेगी।
सीएम ने कहा कि आप सभी लोग स्वामी विवेकानंद के संदेश को घर-घर तक पहुंचाएं। लोगों को प्रेरित करें। देब ने कहा, ‘‘ मैंने देखा है, यहां तक की मेरे गांव में भी लोगों ने कम्युनिस्ट नेता ज्योति बसु, जोसफ स्टालिन, माओ जेडोंग की तस्वीरें घरों में लगा रखी हैं। क्या हम स्वामी विवेकानंद की तस्वीर नहीं लगा सकते? हमारी पार्टी, हमारी विचारधाराओं और संस्कारों को कायम रखेगी। अगर त्रिपुरा के 80 प्रतिशत घरों में स्वामी विवेकानंद की तस्वीरें हो तो, यह सरकार अगले 30-35 साल तक सत्ता में रह सकती है।’’
देब ने कहा कि विवेकानंद ने कहा है कि कम बोलना चाहिए और शांत रहना चाहिए
बिप्लब कुमार देब ने कहा कि विवेकानंद ने कहा है कि कम बोलना चाहिए और शांत रहना चाहिए। सभी को अपना काम मन से करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि आप ज्यादा बोलेगे तो ऊर्जा बर्बाद होती है। हम सभी को इसे बेकार नहीं करनी चाहिए। कम बोलिए और ज्यादा काम कीजिए।
पार्टी की इकाई ‘भाजपा महिला मोर्चा’ के सदस्यों को संबोधित करते हुए देब ने कार्यकर्ताओं से स्वामी विवेकानंद के संदेशों का प्रसार करने और राज्य में लोगों को प्रोत्साहत करने के लिए उनकी तस्वीरें बांटने को कहा। उन्होंने कहा, ‘‘ स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि कम बोलें, शांत रहें और काम पर ध्यान केन्द्रित करें। ज्यादा बोलने से हमारी ऊर्जा नष्ट हो जाती है। इसलिए हमें हमारी ऊर्जा बर्बाद नहीं करनी चाहिए।’’
उन्होंने महिला मोर्चा कार्यकर्ताओं से लोगों के बीच भारत की संस्कृति का प्रचार करने को भी कहा। इससे पहले, देब ने कोविड-19 के मरीजों को मानसिक रूप से मजबूत और प्रेरित करने के लिए स्वामी विवेकानंद पर लिखी गईं किताबें बांटी थीं।