Tripura Assembly Election 2023: त्रिपुरा में सुबह 9 बजे तक 13.69 % मतदान, मुख्यमंत्री माणिक शाह के विधानसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा वोटिंग
By अनिल शर्मा | Published: February 16, 2023 10:28 AM2023-02-16T10:28:37+5:302023-02-16T10:46:13+5:30
चुनाव आयोग द्वारा साझा किए गए ताजा आंकड़ों के अनुसार, पश्चिम त्रिपुरा में सुबह 9 बजे तक 14.56 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि धलाई में 13.62 प्रतिशत, गोमती में 12.99 प्रतिशत, खोवाई में 13.08 प्रतिशत तो उत्तरी त्रिपुरा में 12.79 प्रतिशत हुआ।
नई दिल्ली: चुनाव आयोग (ईसी) ने बताया कि त्रिपुरा में 60 विधानसभा सीटों के लिए चल रहे मतदान में सुबह 9 बजे तक 13.69 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। चुनाव आयोग द्वारा साझा किए गए ताजा आंकड़ों के अनुसार, पश्चिम त्रिपुरा में सुबह 9 बजे तक 14.56 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि धलाई में 13.62 प्रतिशत, गोमती में 12.99 प्रतिशत, खोवाई में 13.08 प्रतिशत तो उत्तरी त्रिपुरा में 12.79 प्रतिशत हुआ।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, सिपाहीजाला में 13.61 प्रतिशत, उनाकोटी में 13.34 फीसदी और दक्षिण त्रिपुरा में 14.34 फीसदी मतदान दर्ज हुआ। मुख्यमंत्री माणिक शाह पश्चिम त्रिपुरा के टाउन बोरोडोवाली से भाजपा के उम्मीदवार हैं जहां सुबह 9 बजे तक सबसे ज्यादा 14.56 प्रतिशत मतदान हुआ।
गौरतलब है कि 60 विधानसभा सीटों के लिए जारी मतदान में 259 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होगा। मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ और शाम चार बजे तक चलेगा। इस साल चुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा, जिसमें कांग्रेस-सीपीएम गठबंधन में लड़ रहे हैं और तृणमूल कांग्रेस ने भी कई सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) जी. किरणकुमार दिनकरराव ने बताया कि राज्य में कुल 28.13 लाख मतदाता 3,337 मतदान केंद्रों में मतदान करेंगे और 259 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। उन्होंने बताया कि मतदान शुरू होने के बाद शुरुआती 30 मिनट में पूर्वोत्तर राज्य में कहीं किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली और ना ही ईवीएम में गड़बड़ी की कोई खबर मिली।
कुल 3,337 मतदान केंद्रों में से 1,100 केंद्रों को संवेदनशील और 28 को अति संवेदनशील के रूप में वर्गीकृत किया गया है। कम से कम 97 मतदान केंद्रों का प्रबंधन महिला चुनाव कर्मी कर रही हैं। दिनकरराव ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय और अंतर-राज्यीय सीमाओं को सील कर दिया गया है, ताकि राज्य के बाहर से कोई उपद्रवी तत्व आकर मतदान प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न नहीं कर सकें। उन्होंने बताया कि 17 फरवरी को सुबह छह बजे से राज्य में एहतियातन निषेधाज्ञा लागू की गई है।
पूर्वोत्तर राज्य में इस बार त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आईपीएफटी (इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा) गठबंधन सत्ता पर कब्जा बरकरार रखने की कोशिश में है। वहीं, वाम-कांग्रेस गठबंधन ने भी सत्ता छीनने की भरकस कोशिश की है। क्षेत्रीय संगठन टिपरा मोथा स्वायत्त परिषद चुनावों में अपने शानदार प्रदर्शन के बाद विधानसभा के चुनाव मैदान में पहली बार उतरी है।
भाजपा 55 विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ रही है, जबकि उसकी सहयोगी आईपीएफटी ने छह सीट पर उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि एक सीट पर दोस्ताना मुकाबला होगा। वाम मोर्चा 47 सीट पर चुनाव लड़ रहा है और इसकी गठबंधन सहयोगी कांग्रेस 13 सीट पर चुनाव लड़ रही है। तृणमूल कांग्रेस ने 28 सीट पर उम्मीदवार उतारे हैं और 58 निर्दलीय उम्मीदवार भी हैं। मतगणना दो मार्च को होगी।