त्रिपुरा विधानसभा चुनाव 2023ः सीएम योगी 7 फरवरी को करेंगे कई रैली, हिंदू वोटरों को लुभाने उतरेंगे!
By राजेंद्र कुमार | Published: February 6, 2023 07:34 PM2023-02-06T19:34:39+5:302023-02-06T19:35:55+5:30
Tripura Assembly Election 2023: त्रिपुरा में 60 विधानसभा सीटों के लिए 16 फरवरी को मतदान होना है. त्रिपुरा का चुनाव भाजपा के लिए बेहद अहम है. पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने ऐतिहासिक जीत दर्ज कर राज्य में दशकों से जारी वाम मोर्चा के शासन का अंत किया था.

भाजपा का शीर्ष नेतृत्व अपने रिकार्ड को कायम रखना चाहता है.
लखनऊः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ त्रिपुरा में चुनाव प्रचार करते हिन्दुत्व की लहर जगायेंगे. योगी आदित्यनाथ मंगलवार 7 फरवरी को त्रिपुरा में कई जनसभाओं को संबोधित कर फिर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार बनाने के लिए भाजपा प्रत्याशियों को जिताने की अपील करेंगे.
त्रिपुरा में 60 विधानसभा सीटों के लिए 16 फरवरी को मतदान होना है. त्रिपुरा का चुनाव भाजपा के लिए बेहद अहम है. पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने ऐतिहासिक जीत दर्ज कर राज्य में दशकों से जारी वाम मोर्चा के शासन का अंत किया था. इस राज्य में पार्टी ने शून्य सीट से बहुमत हासिल करने और पार्टी के मत प्रतिशत में 41 फीसदी बढ़ोतरी का कीर्तिमान बनाया था.
अब फिर भाजपा का शीर्ष नेतृत्व अपने रिकार्ड को कायम रखना चाहता है और इसके लिए चुनाव प्रचार खत्म होने के पहले यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को त्रिपुरा में हिंदुत्व के एजेंडे को धार देने का दायित्व सौंपा गया है. योगी आदित्यनाथ का त्रिपुरा दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब हिंदुत्व को राष्ट्रीय धर्म बताने के उनके बयान पर जमकर राजनीति हो रही है.
इसके अलावा सीएम योगी उत्तर प्रदेश में अब तक का सबसे बड़ा ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट करने में व्यस्त है. आगामी 10 फरवरी को होने वाले इस समिट के जरिए योगी आदित्यनाथ ने 17 लाख करोड़ रुपए से अधिक का औद्योगिक निवेश लाने का लक्ष्य रखा है. इसके लिए उन्होने देश और विदेश के बड़े निवेशकों को समिट में आमत्रित किया है.
इस आयोजन को सफल बनाने की व्यस्तता के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को त्रिपुरा में भाजपा प्रत्याशियों के लिए वोट मांगेंगे. भाजपा नेताओं के अनुसार इस बार त्रिपुरा के विधानसभा चुनावों में हो रही सियासी जंग बेहद रोचक है. इस बार त्रिपुरा में कांग्रेस और वाम मोर्चा के बीच गठबंधन ने नया सियासी समीकरण तैयार किया है.
कांग्रेस और वाम मोर्चा यहां लगातार आदिवासियों में प्रभावशाली टिपराहा स्वदेशी प्रगतिशील गठबंधन को साधने के प्रयास में है. और तृणमूल कांग्रेस भी यहां तगड़ी टक्कर दे रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ त्रिपुरा के पिछले विधानसभा चुनावों में भी प्रचार करने आए थे. तब लोगों ने उन्हे बहुत ही धैर्य से सुना था और योगी की चुनावी सभाओं के बाद लोगों ने उनका आशीर्वाद भी लिया था.
योगी आदित्यनाथ की छवि इस राज्य में एक महंत के रुप में ज्यादा है. और लोग उनका आशीर्वाद लेना चाहते हैं. ऐसे में उनकी जनसभाओं में सबसे अधिक भीड़ होती है, लोग बिना बुलाये ही सुनने पहुँच जाते है. इसलिए योगी आदित्यनाथ की चुनावी सभाओं का कार्यक्रम प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री की चुनावी सभाओं के बाद लगाया गया है.
अब मंगलवार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ त्रिपुरा में हिंदुत्व के एजेंडे को धार देंगे. और बताएंगे कि कैसे हिंदुत्व राष्ट्रीय धर्म हैं, कैसे अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है. वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम दुनिया भर के श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रहा और कैसे मोदी सरकार गरीबों के कल्याण का कार्य करते हुए देश का नाम रोशन कर रही है. जबकि विपक्षी दल श्रीरामचरितमानस को लेकर राजनीति करने में जुटे हैं. माना जा रहा है कि योगी आदित्यनाथ के इस प्रचार का भाजपा को लाभ होगा.