TIME ने निकाली दुनिया के 10 पत्रकारों की लिस्ट जिन पर है गंभीर खतरा, भारतीय पत्रकार राणा अय्यूब का भी नाम
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 2, 2019 05:09 PM2019-04-02T17:09:04+5:302019-04-02T18:18:35+5:30
टाइम मैगजीन ने जिन 10 पत्रकारों को इसमें जगह दी है उनमें से एक की पहले ही हत्या हो चुकी है। टाइम ने राणा अय्यूब का नाम शामिल करने के साथ कहा है कि वो उन मुद्दों पर लिखती है जिन्हें भारतीय मीडिया छूता नहीं है।
टाइम मैगजीन ने दुनिया भर में कैद या मारे गए पत्रकारों की संख्या के बारे में बढ़ती चिंता के बीच खतरे में रह रहे पत्रकारों की एक सूची जारी की है। टाइम ने दुनिया भर के 10 पत्रकारों की पहचान की है जो अपने काम के सिलसिले में अन्याय, उत्पीड़न और अन्य खतरों का सामना कर रहे हैं। इसमें भारतीय पत्रकार राणा अय्यूब का भी नाम है।
दस लोगों की सूची में राणा अय्यूब का नाम पांचवें नंबर पर है। टाइम उनके बारे में लिखता है, स्वतंत्र पत्रकार अय्यूब उन मुद्दों पर लिखती है जिन्हें भारतीय मीडिया छूता नहीं है। इसमें दलितों और अल्पसंख्यों के खिलाफ हिंसा शामिल है। अपने काम के कारण, अय्यूब को सोशल मीडिया पर उत्पीड़न की एक लहर का सामना करना पड़ा है। उनके चेहरे का फोटोशॉप करके अश्लील वीडियो में चिपकाया गया। साथ ही उनका पता और निजी नंबर इंटरनेट पर प्रकाशित कर दिया गया।
राणा अय्यूब की आपबीती
राणा अय्यूब कहती हैं, कठुआ रेप केस की पीड़िता के पक्ष में आवाज उठाने की कीमत उन्हें चुकानी पड़ी। अय्यूब ने बताया कि कठुआ में 8 साल की बच्ची के साथ लगातार रेप के बाद हत्या कर दी गई। इस मामले में जम्मू के लोकल बीजेपी नेता आरोपी का समर्थन कर रहे थे। वे दावा कर रहे थे कि आरोपी बेकसूर है और क्योंकि वह हिंदू है, इसलिए उसे गलत तरीके से फंसाया गया।
वह आगे कहती हैं, 'जब मैंने इसके खिलाफ आवाज उठाई तो मेरे नाम से फेक ट्वीट्स और फर्जी स्क्रीन शॉट्स की बाढ़ आ गई।' एक पोर्न वीडियो में किसी और के चेहरे में मेरा चेहरा लगा दिया गया। फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम में अश्लील मैसेजों की बाढ़ आ गई।
टाइम की अप्रैल 2019 की सूची
1. मिरोस्लावा ब्रीच वेल्डिया (मेक्सिको): भ्रष्टाचार और राजनीति पर रिपोर्टिंग के लिए हत्या
2. मारिया रेस्सा और रैपेलर (द फिलीपींस): आलोचनात्मक लेख लिखने पर गिरफ्तारी और कानूनी धमकियां
3. ट्रान थी नगा (वियतनाम): पत्रकार पर अफवाह फैलाने का आरोप लगाया गया
4. अजीमजोन अस्कारोव (किर्गिस्तान): मानवाधिकारों के हनन के लिए आजीवन कारावास की सजा
5. राणा अय्यूब (भारत): रिपोर्टिंग के लिए ऑनलाइन धमकियां
6. मिगुएल मोरा और लूसिया पिनेडा उबाऊ (निकारागुआ): इन पत्रकारों को हिरासत में लिया गया
7. अन्ना निमिरियानो (दक्षिण सूडान): दक्षिण सूडान में समाचार पत्र के संपादक, लगातार खतरे में रहते हैं
8. अमादे अबुबकर (मोज़ाम्बिक): मोज़ाम्बिक पत्रकार बिना किसी ट्रायल के हिरासत में रहे
9. क्लाउडिया ड्यूक (कोलम्बिया): मानवाधिकार कार्यकर्ता ने कोलम्बिया में अपहरण, अवैध निगरानी, मनोवैज्ञानिक यातना और निर्वासन का अंत किया है।
10.उस्मान मिरघानी (सूडान): स्वतंत्र पत्रकार हिरासत में, लगातार स्वास्थ्य बिगड़ रहा है।
राणा अय्यूब ने टाइम मैगज़ीन की लिस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा है कि उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि वो इसपर कैसे प्रतिक्रिया करें।
राणा ने ट्वीट किया है, "मुझे नहीं पता कि इस लिस्ट में शामिल होने पर कैसा महसूस करना चाहिए। लेकिन यही मैं हूँ। दुनिया के उन 10 पत्रकारों में एक जिनकी पर गंभीर खतरा आसन्न है।"
Not sure how I should feel about being on this list. But here I am. Among the ten journalists facing the most urgent threats to Press Freedom around the world @TIMEhttps://t.co/NELwWkmrW5
— Rana Ayyub (@RanaAyyub) April 2, 2019