झारखंड में जारी लॉडकाउन के दौरान नक्सलियों और पुलिस के बीच मुठभेड़ में तीन माओवादी ढेर, सर्च ऑपेरशन जारी
By एस पी सिन्हा | Published: April 4, 2020 02:28 PM2020-04-04T14:28:01+5:302020-04-04T14:32:47+5:30
झारखंड के चाईबासा में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और स्थानीय पुलिस के साथ मुठभेड़ में शनिवार सुबह तीन माओवादी मारे गए और सीआरपीएफ का एक जवान घायल हो गया।
रांची: झारखंड में जारी लॉडकाउन के दौरान पश्चिमी सिंहभूम जिले में नक्सलियों और पुलिस के बीच आज तड़के सुबह हुई भीषण मुठभेड़ में तीन माओवादियों के मारे जाने की खबर है. इस मुठभेड़ के दौरान दोनों ओर से कई राउंड गोलियां चली. पुलिस ने नक्सलियों के पास से भारी मात्रा में विस्फोटक और हथियार भी बरामद किए हैं. मुठभेड़ में मारे गए तीनों नक्सलियों की लाश पुलिस ने बरामद कर ली.
प्राप्त जानकारी के अनुसार आज सुबह गुदड़ी थाना के रियारदाकला की पहाड़ियों पर नक्सलियों और पुलिस दल के बीच मुठभेड हुई. मुठभेड़ के बाद पूरे इलाके में सर्च ऑपेरशन जारी है. दोनों ओर से घंटों गोलीबारी के बाद नक्सली घने जंगल में भाग गये. चाईबासा और खूंटी की पुलिस के साथ केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवान सघन सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं. पुलिस ने हथियार और पिट्ठू बरामद किया है. सिमडेगा एसपी ने बताया कि चाईबासा में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुई है. यहां उल्लेखनीय है कि तथाकथित पत्थलगडी विवाद में सात लोगों की सामूहिक हत्या के बाद सुर्खियों में रहे कोल्हान प्रमंडल के पश्चिमी सिंहभूम जिले के बुरूगुलीकेरा गांव के रायदा टोला में यह घटना घटी है. बताया गया है कि चाईबासा में नक्सल विरोधी अभियान के दौरान नक्सलियों की पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों से मुठभेड हो गई. यहां सर्च ऑपरेशन में गए जवानों को देखते ही नक्सलियों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी. इसके बाद चाईबासा एवं खूंटी की पुलिस के साथ सीआरपीएफ के जवानों ने मोर्चा संभाल लिया. सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई शुरू की. सुरक्षा बलों को भारी पडता देख नक्सली जंगलों की ओर भाग गये.
बताया जाता है कि जहां मुठभेड़ हुई है वहां से सुरक्षा बलों ने उस जगह से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किये है. उल्लेखनीय है कि झारखंड से नक्सलवाद के सफाये के लिए जिला पुलिस बल के साथ मिलकर सुरक्षा बल के जवान निरंतर अलग-अलग नक्सल प्रभावित इलाकों में सर्च ऑपरेशन चलाते रहते हैं. इसी अभियान के तहत शुक्रवार देर रात भी जवान अपने काम पर निकले थे. शनिवार तड़के नक्सलियों से उनका सामना हो गया. मारे गए नक्सलियों की पहचान नहीं हो पाई है. पुलिस का अनुमान है कि मारे गए नक्सलियों में कुख्यात नक्सली जीवन कंडुलना का दाहिना हाथ रहा सुरेश मुंडा शामिल है. जिस जगह मुठभेड़ हुई पोडाहाट का जंगली इलाका है और पहाड़ी पर अवस्थित है. अनुमान लगाया गया है कि नक्सली किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना बनाकर जमा हुए थे. मारे गए नक्सलियों की पहचान कराने में पुलिस जुटी है. वैसे जो अनुमान लगाया गया है उसके मुताबिक मुठभेड़ में तीन नक्सलियों के मारे जाने से माओवादी संगठन को गहरा धक्का लगा है.
इससे पहले सोनुआ थाना क्षेत्र में नक्सलियों ने शुक्रवार देर रात जमकर उत्पात मचाया. एक व्यक्ति को गोली मार दी और सोनुआ थाना क्षेत्र के रामचंद्रपोस में संत पीटर स्कूल के कथित छात्रावास को बम विस्फोट कर उड़ा दिया. जिस युवक को नक्सलियों ने गोली मारी है, उसका नाम नितिन कुमार जामुदा बताया जा रहा है. पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है. बताया जाता है कि सोनुआ थाना क्षेत्र के रामचंद्रपोस में संत पीटर स्कूल परिसर के समीप हथियारबंद नक्सली का दस्ता पहुंचा. कथित छात्रावास में रह रहे नितिन कुमार जामुदा को जब नक्सलियों ने दरवाजा खोलने के लिए आवाज लगाई तो उसे दरवाजा खोलने की बजाय पुलिस को इसकी सूचना दे दी. ऐसे में दरवाजा खोलने में देर हुई, तो नक्सलियों ने बम विस्फोट कर दिया. विस्फोट से छात्रावास में खड़ी तीन मोटरसाइकिल पूरी तरह जल गई. घटना के तुरंत बाद पुलिस घटनास्थल पहुंची और नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई की. हालांकि, एक भी नक्सली पुलिस के हाथ नहीं लगा. नितिन कुमार को गोली मारने के बाद नक्सलियों ने उस पर भुजाली से भी वार किया.
यहां बता दें कि नक्सल प्रभावित गुदडी थाना इलों के बुरूगुलीकेरा गांव में जनवरी महीने में सामूहिक नरसंहार को अंजाम दिया गया था. सात लोगों को गांव से उठाकर जंगल में ले जाकर मार डाला गया था. पत्थलगडी के समर्थन और विरोध को लेकर गांव के उप मुखिया जेम्स बूढ (30), निर्मल बूढ (25), लोम्बा बूढ (25), एतवा बूढ (27), कोंजो टोपनो (23), जरवा बूढ (22) और बोआस लोमगा (35) को मौत के घाट उतारा गया था. मामले में डीआइजी कुलदीप द्विवेदी ने लापरवाही बरतने के आरोप में गुदडी के थाना प्रभारी अशोक कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था.