दिल्ली में दूषित पानी की आपूर्ति से बीमारियों के फैलने का ख़तरा, दिल्ली सरकार ज़िम्मेदार: हर्षवर्धन
By भाषा | Published: November 20, 2019 10:05 PM2019-11-20T22:05:27+5:302019-11-21T06:06:58+5:30
डॉ.हर्ष वर्धन ने इन बीमारियों के फैलने के ख़तरे के प्रति आगाह करते हुए केजरीवाल सरकार से जल बोर्ड की दोषपूर्ण कार्यप्रणाली को दुरुस्त करने का अनुरोध किया ताकि पानी की गुणवत्ता को तत्काल सुधार कर लोगों को इस ख़तरे से बचाया जा सके।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने देश की राजधानी दिल्ली में दूषित पानी की आपूर्ति पर चिंता व्यक्त करते हुए इससे फैलने वाली बीमारियों के ख़तरे के प्रति आगाह किया है। हर्षवर्धन ने बुधवार को कहा कि पानी की गुणवत्ता को लेकर भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) की हाल ही में जारी रेपोर्ट में दिल्ली के पेयजल की गुणवत्ता देश में सबसे निचले स्तर पर होने की बात ने राजधानी में जलजनित बीमारियों के ख़तरे की चिंता बढ़ा दी है।
उन्होंने इस स्थिति के लिये दिल्ली की केजरीवाल सरकार को ज़िम्मेदार ठहराते हुए कहा कि मुख्यमंत्री दिल्ली जल बोर्ड की नाकामी छुपाने के लिए रिपोर्ट को ही ग़लत बताने जैसी अतार्किक बातें कर रहे हैं।
हर्षवर्धन ने कहा, “रिपोर्ट को अस्वीकार करने का कोई आधार नहीं है, क्योंकि बीआईएस के पास अंतरराष्ट्रीय मानदंड के अनुसार पेयजल की गुणवत्ता की वैज्ञानिक रूप से जांच करने के लिए अति उन्नत सुविधाएं हैं। यह बेहद चिंता का विषय है कि दिल्ली के पेयजल के नमूने 19 मानदंडों में से किसी पर खरे नहीं उतरे।”
उन्होंने रिपोर्ट के हवाले से कहा कि दिल्ली मे आपूर्ति वाले दूषित जल में बहुत अधिक संक्रामक तत्व पाए गए हैं जो किडनी, लीवर और आंतों को नुकसान पहुंचा सकते है, विशेष रूप से बच्चों को निमोनिया की दहलीज तक ला सकते हैं।
डॉ.हर्ष वर्धन ने इन बीमारियों के फैलने के ख़तरे के प्रति आगाह करते हुए केजरीवाल सरकार से जल बोर्ड की दोषपूर्ण कार्यप्रणाली को दुरुस्त करने का अनुरोध किया ताकि पानी की गुणवत्ता को तत्काल सुधार कर लोगों को इस ख़तरे से बचाया जा सके।