धर्म के नाम पर बांटने का प्रयास करने वालों की पोल खुली : गहलोत

By भाषा | Published: December 28, 2021 09:27 PM2021-12-28T21:27:40+5:302021-12-28T21:27:40+5:30

Those trying to divide in the name of religion have been exposed: Gehlot | धर्म के नाम पर बांटने का प्रयास करने वालों की पोल खुली : गहलोत

धर्म के नाम पर बांटने का प्रयास करने वालों की पोल खुली : गहलोत

जयपुर, 28 दिसंबर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को कहा कि देश में धर्म के नाम पर बंटवारे का प्रयास करने वालों की पोल खुलती जा रही है और आज देश को कांग्रेस के संगठन और उसकी नीतियों की जरुरत सबसे ज्यादा है।

गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी ने हिंदू बनाम हिंदुत्व की जो बहस छेड़ी है उसका मर्म समझने की आवश्यकता है।

कांग्रेस स्थापना दिवस पर पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में संवाददाताओं से बातचीत में गहलोत ने कहा, ‘‘यह देश हिंदू, मुसलमान, सिख, ईसाई, पारसी, जैन सबका है और सबने मिलकर आजादी की जंग लड़ी थी। अब जो धर्म के नाम पर बंटवारा करने का प्रयास कर रहे हैं, मैं समझता हूं कि इनकी पोल खुलती जा रही है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘अभी राहुल गांधी ने जो बहस छेड़ी है हिंदू बनाम हिंदुत्व की, उसका मर्म समझने की आवश्यकता है। उनके कहने का मर्म यह है कि एक तरफ हिंदू है, जिसके महान संस्कार-संस्कृति-परंपराएं सदियों से हैं, जिसके भाव प्रेम और भाईचारा के हैं, और दूसरी ओर वे ताकतें हैं जो हिंदुत्व के नाम पर राजनीति कर रही हैं, उनका हिंदू बनना भी स्यूडो (छलावा) है।’’

हाल में हरिद्वार में संपन्न ‘धर्म संसद’ में दिए गए कथित घृणा-भाषणों की निंदा करते हुए गहलोत ने कहा कि हरिद्वार और रायपुर में अभी कुछ साधु-संतों ने जिस भाषा का उपयोग किया वह शर्मनाक है। साधु-संतों का हम सभी सम्मान करते हैं, उनका भगवा वस्त्र अपने आपमें त्याग और संस्कार का संदेश देता है, लेकिन उन्होंने जिस भाषा का उपयोग किया वह शर्मनाक थी और उसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है।

गहलोत ने कहा, ‘‘मैं समझता हूं कि एक संत श्यामसुंदर दास ने तो वहीं खड़े होकर कह दिया कि ‘मैं इस धर्म संसद से अलग होता हूं’, इसका क्या मायने हुआ? ऐसे में आप समझ सकते हैं कि देश बड़े अजीब दौर से गुजर रहा है। ऐसे वक्त में कांग्रेस संगठन की, उसकी विचारधारा की, उसकी नीतियों की, उसके कार्यक्रमों की देश को और ज्यादा जरूरत है, ऐसा मेरा मानना है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘(डॉक्टर भीम राव) आंबेडकर के सानिन्ध्य में संविधान बना। आज दुःख होता है कि उस संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। देश में लोकतंत्र खतरे में है, संविधान खतरे में है, सभी संस्थाएं बर्बाद हो रही हैं, पूरा देश चिंतित है।’’

गहलोत ने कहा, ‘‘दुर्भाग्य की बात है कि सत्तासीन लोग ऐसीभाषा बोलते हैं... 70 साल में कांग्रेस ने क्या किया, राहुल गांधी को लेकर जो षड्यंत्र किये गए, सोशल मीडिया पर जो माहौल बनाया गया उसे सभी जानते हैं... पर अब उनकी पोल खुलती जा रही है।’’

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘चाहे चीन का मुद्दा हो, यह बेरोजगारी, महंगाई का... हर मुद्दे पर अब लोग राहुल गांधी की बात सुनते हैं। मैं समझता हूँ कि धीरे-धीरे पूरे देश को समझ आ रहा है कि कैसे झूठ फैलाकर राजनीति की जा रही है, मैं समझता हूँ की आने वाला वक्त में आप देखेंगे कि कैसे इनका पर्दाफाश होता है।’’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा नेताओं पर धर्म को राजनीति में मिलाने का आरोप लगाते हुए गहलोत ने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश में क्या माहौल बनाया जा रहा है, मोदी स्वयं बार-बार जा रहे हैं वहां पर। क्यूँ जा रहे हैं, क्या जरूरत पड़ी है कि आपको इस प्रकार से ... धर्म तो व्यक्तिका निजी मामला है।’’

मोदी के बनारस में कार्यक्रम की ओर इशारा करते हुए गहलोत ने कहा, ‘‘आप धर्म को राजनीति में मिलाकर के राजनीति कर रहे हो चुनाव के लिए, धर्म व्यक्तिगत मामला होता होता उस ढंग से धर्म को सम्मान प्राप्त होता है, तो मोदी हों चाहे अमित शाह हों चाहे भाजपा के योगी हों ये तमाम लोग जो हैं हदें पार कर रहे हैं देश के अंदर, उसी रूप में आगे बढ़ रहे हैं पर लोग समझ गए हैं कि इनके धर्म के क्या मायने हैं और राहुल गांधी जी के धर्म के क्या मायने हैं।

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Web Title: Those trying to divide in the name of religion have been exposed: Gehlot

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